फर्जी ऐप से व्यापारियों को ठगने के मामले में चार गिरफ्तार
फर्जी ऐप से पेमेंट करके चार दुकानदारों को लगाया था चूना
रूद्रपुर(उद संवाददाता)। चार दुकानों से सामान लेकर फर्जी ऐप से ऑन लाईन पेमेंट करके हजारों रूपयें की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस और एसओजी टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है। बता दें मै0 अरोरा कन्फैक्शनरी के स्वामी अनिल अरोरा ने दर्ज रिपोर्ट में कहा था कि 6 सितम्बर को उनकी दुकान पर अज्ञात व्यक्ति सामान लेने आया और सामान का भुगतान फर्जी एप के द्वारा कर भुगतान का विवरण दिखाया। जिससे स्पष्ट हो रहा था कि उक्त व्यक्ति के द्वारा 6500 रूपये का भुगतान कर दिया गया है। काम में व्यस्त होने के कारण उसने बैंक डिटेल चेक नहीं की। बाद में पता चला कि भुगतान उनके खाते में जमा नहीं हुआ है। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे चैक किये गये तो उस व्यक्ति का चेहरा दिखा और इसी व्यक्ति द्वारा अलग अलग समय पर सामान का भुगतान फर्जी एप के द्वारा किया गया। उक्त अज्ञात व्यक्ति के द्वारा भुगतान की गई रकम खाते में नहीं आयी थी। छानबीन करने पर पता चला कि उस व्यक्ति ने शहर की और फर्मों पर भी अलग-अलग समय पर समान को क्रय कर फर्जी एप से भुगतान किया गया है। जिनमें मै0 महेन्द्र किराना स्टोर, गोल मार्केट के स्वामी मनदीप सिंह नागपाल से नौ हजार रूपये, राजू किराना स्टोर, काशीपुर रोड़, ग्राम महेशपुर के स्वामी राजीव कुमार बठला से पांच हजार, दी केक एण्ड वेक्स स्थित घास मण्डी, आदर्श कालोनी के स्वामी प्रवीन कुमार अनेजा से 7,800 रूपये की धोखाधडी की गई। पुलिस ने मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। छानबीन के बाद पुलिस और एसओजी टीम ने ठगी करने वाले मनजीत सिंह पुत्र रक्षपाल सिंह निवासी शांति कालोनी को गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ करने पर पता चला कि उसने धोखाधड़ी करके खरीदा हुआ सामान भदईपुरा निवासी फरमान पुत्र मुन्ना मलिक को बेचा था। जिस पर पुलिस ने उसे भी खरीदे गये सामान सहित गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा पूछताछ में पता चला कि मनजीत को फर्जी एप भदईपुरा निवसी अभिषेक पुत्र हरिओम ने उपलब्ध कराया था। जबकि इस काम में पहाड़गंज निवासी बख्शीश सिंह पुत्र जसपाल ने भी मदद की। पुलिस ने अभिषेक और बख्शीश को भी गिरफ्तार कर लिया। पकड़ने वाली टीम में एसएसआई प्रथम अशोक कुमार, एसएसआई द्वितीय दीपक कौशिक, चौकी इंचार्ज आदर्श कालोनी संदीप पिलख्वाल, कांस्टेबल महेन्द्र कुमार, दिलीप कुमार सहित एसओजी टीम शामिल थी।