पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह का बयान सोशल मीडिया पर वायरलः हरीश भाई कुछ भी कहें, मै आज नहीं छोड़ूंगा कांग्रेस
मैं पक्का ठाकुर हूं..मेरा मुंह खुलवाया तो उत्तराखंड में आएगा भूचाल! सबकी मनी लॉड्रिंग की जांच कराओ, फिर मैं बताऊंगा कौन क्या है?
देहरादून (उद संवाददाता)। उत्तराखंड की राजनीतिक विरासत में अपने पैर जमा चुके पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के एक बयान से सियासत फिर गरमा गई है। दरअसल कांग्रेस के भीतर मची बगावत के मसीहा माने जा रहे हरक सिंह रावत से ईडी की पूछताछ चल रही है। इसी बीच अब उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुझे लक्ष्य बना रहे हैं। लंबे समय तक शांत रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ईडी की 12 घंटे की पूछताछ के बाद मुखर हो गए हैं। अपने पुराने अंदाज में हरक ने कहा कि मेरा मुंह खुलवाया तो उत्तराखंड ही नहीं देश की राजनीतिक में भूचाल आएगा। बिना नाम लिए उन्होंने कहा, कुछ लोग जानबूझ कर मुझे लक्ष्य बना रहे हैं। ईडी जांच के बाद हरक सिंह रावत का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिनके घर कांच के हो, उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं डालना चाहिए। मैं शांत हूं। लेकिन मेरा मुंह खुलवाया तो उत्तराखंड ही नहीं, देश की राजनीति में भूचाल आएगा। मैं प्यार से गला भी कटवा दूूंगा। मगर डरा धमका कर गला कटाने पर मरना पसंद करुंगा, पर झुकना पसंद नहीं करुंगा। मैं पक्का ठाकुर हूं। मैंने भाजपा नहीं छोड़ी थी। लेकिन मुझे जबरन निकाला गया। 2016 में जब मैं भाजपा में शामिल हुआ था। उस समय तय किया था कि अब भाजपा में ही रहूंगा। आज भाजपा सिर्फ हथकंडे अपना रही है। कांग्रेस व भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए मैंने सबके काम किए। कांग्रेस सरकार में मंत्री रहते मैंने भाजपा नेताओं के काम कराए। वहीं भाजपा सरकार में मंत्री रहते हुए कांग्रेस नेताओं के काम कराए। लेकिन आज कुछ लोग जानबूझ कर लक्ष्य बना रहे हैं। जिनके दामन साफ नहीं है।सबकी मनी लॉड्रिंग की जांच कराओ, फिर मैं बताऊंगा कौन क्या है। उत्तराखंड में पूर्ववर्ती त्रिवेंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे डा. हरक सिंह रावत के खिलाफ सीबीआई और ईडी की जांच को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। इतना ही नहीं 2016 की बगावत पर भी हरक का मर्म फूट गया है। हरक सिंह रावत ने भाजपा और कांग्रेस में अपनी उपेक्षा को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वहीं अब हरक सिंह रावत ने अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कई बातों को उजागर करने के साथ अपने राजनीतिक कार्यकाल की घटनाओं का भी जिक्र किया है। हरक सिंह रावत ने कहा कि भाजपा में मुझे परेशान किया जा रहा था। हरक यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि 2016 में बेड़े भाई हरीश ने मेरी कोई बात नहीं सुनी। भाजपा में शामिल होने के बाद मुझे प्रदेश का भला नहीं करने दिया। मेरे पास दो रास्ते है। या तो मै राजनीतिक सन्यास ले लू। दूसरा मैने डेनिश शराब को लेकर सवाल उठाये थे । 2016 की उस बात पर प्रायश्चित करू तो हरीश भाई (तत्कालीन सीएम ) ने पहले हां कहा और सुबह मुकर गये। 1998 से मैने कांग्रेस के साथ कंधे से कंधे मिला काम किया है। मै आज कांग्रेस को नहीं छोड़ूंगा। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत ने जो कहा हो चाहे बैल कहा बल्द कहा हम कोई आपत्ति नहीं करते है। हां हरीश भाई 2016 की एक बात से सहमत हो जाते और अगर सुबोध उनियाल को मंत्री बना दिया जाता और विजय बहुगुणा को राज्य सभा भेजा जाता तो आज कांग्रेस इतनी कमजोर नहीं होती।