सरकार नहीं गिरती तो गैरसैंण बन जाती स्थाई राजधानी: पूर्व सीएम हरदा के बयान पर बहुगुणा और उनियाल ने किया पलटवार

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हल्द्वानी(उद संवाददाता)। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्राी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का स्वराज आश्रम में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान वहां नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश भी मौजूद रहे। स्वराज आश्रम में मीडिया से वार्ता के दौरान गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने के सवाल पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्राी विजय बहुगुणा के ऊपर जुबानी हमला किया है। उन्होंने कहा है कि अगर उनकी सरकार विजय बहुगुणा और उनके साथियों ने नहीं गिराई होती तो उस समय ही गैरसैंण को पूर्ण राजधानी का दर्जा मिल जाता। क्योंकि उनकी सरकार गैरसैंण के विकास को लेकर कई सारी योजनाएं बना चुकी थी। वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत ने हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का दावा किया है। उन्होंने भाजपा और गृहमंत्राी अमित शाह से पूछा की नेशनल कानफ्रेस और कांग्रेस गठबंधन पर तो आप सवाल कर रहे हैं ? लेकिन आप भूल गए कि आपने खुद पीडीपी से गठबंधन किया जिसके बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद भी फैला ? हरीश रावत ने फिर दोहराया कि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार मिलेगी। वहां के लोग हमारे गठबंधन के साथ है। पूर्व मुख्यमंत्राी हरीश रावत ने निकाय चुनाव को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर सवाल उठाए? उन्होंने कहा कि विधानसभा में बिल पारित होने के बाद प्रवर समिति को भेजना संसदीय परंपराओं की अवमानना है। प्रवर समिति को भेजने से पहले इन्हें नया बिल सदन में पेश करना चाहिए था। क्योंकि सरकार प्रदेश में निकाय चुनाव कराने से डर रही है। उसे हार का डर सता रहा है। इसके साथ ही हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार को एक दिन का विशेष सत्रा बुलाना चाहिए और जल्द से जल्द राज्य में निकाय चुनाव कराने चाहिए। गैरसैंण स्थायी राजधानी के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्राी एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने एक बार फिर सियासत गरमा दी है। हरीश ने कहा, मुख्यमंत्राी रहते मैं गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाना चाहता था, लेकिन विजय बहुगुणा समेत कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेताओं ने इसका विरोध किया। कहा मैं चाहकर भी गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित नहीं कर पाया। उनके इस बयान पर पूर्व सीएम विजय बहुगुणा और कैबिनेट मंत्राी सुबोध उनियाल ने पलटवार किया। कैबिनेट सुबोध उनियाल ने कहा, हरीश रावत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन उनके बयान में आश्चर्यचकित हूं। हम लोग कांग्रेस छोड़कर गए, लेकिन उसके एक साल बाद भी हरीश रावत मुख्यमंत्राी रहे। फिर भी उन्होंने गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने का निर्णय क्यों नहीं लिया। उनके बयान में ढलती उम्र का असर साफ दिखता है। हरीश रावत उत्तराखंड में झूठ बोलने की चलती फिरती मशीन है। झूठ बोलकर राजनीतिक गर्त में चले गए और कांग्रेस को भी डुबोने में उनकी अहम भूमिका है। हरीश को वानप्रस्थ आश्रम जाकर संन्यास लेना चाहिए। उधर, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा ने भी हरीश रावत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, कांग्रेस छोड़ कर जाने वाले किसी भी नेता ने गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने का विरोध नहीं किया। भाजपा सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है।

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