बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह भू-धंसाव, दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जुड्डो के पास बंद
देहरादून। बदरीनाथ से दो किमी पहले हाईवे पर पत्थरों की ढेर के बीच कंचनगंगा बह रही है। पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश से अलकनंदा के साथ ही गाड़-गदेरे उफान पर बह रहे हैं। 22 अगस्त की रात को अतिवृष्टि से बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह भू-धंसाव, भूस्खलन और टनों मलबा आ गया है। हनुमानचट्टी गांव के बरसाती नाले के उफान पर आने से बदरीनाथ हाईवे पर स्थित पुल की नींव भी खोखली हो गई है। दूधधारा नाले से कटाव से बदरीनाथ हाईवे का करीब 60 मीटर हिस्सा भूस्खलन की चपेट में आ गया है। यहां कई जगहों पर हाईवे मलबे में तब्दील हो गया है। हालांकि कार्यदायी संस्था भारत कंस्ट्रक्शन और आरजेवी कंपनी की मशीनों से हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए खोला गया है।कंचनगंगा नाला हाईवे पर बह रहा है। यहां हाईवे के दोनों ओर से पत्थरों के ढेर जमा हो गए हैं। पिछले एक वर्ष से यहां मोटर पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा था, वह भी मलबे में दब गया है। रड़ांग बैंड से लेकर कंचनगंगा के बीच चल रहा ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य भी तहस-नहस हो गया है।भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रकाश रावत का कहना है कि अतिवृष्टि से हाईवे को भारी नुकसान हुआ है। हाईवे से मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही सुचारु करवाई गई है। हाईवे के हिल साइड और नदी की ओर मलबे का निस्तारण किया जा रहा है। इधर, बीआरओ के कमांडर कर्नल अंकुर महाजन ने बताया कि हाईवे को अतिवृष्टि से भारी नुकसान पहुंचा है। ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य भी रुक गया है। हाईवे से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया है। मौसम सामान्य होने पर हाईवे का ट्रीटमेंट शुरू किया जाएगा। सोमवार रात्रि हुई भारी बारिश से थराली में कई सड़कें बंद हैं। कर्णप्रयाग ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग बैनोली और सुनल में बंद है। बिजली और पानी की सप्लाई भी यहां ठप है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुमाऊ और गढ़वाल जाने वाले सैकड़ों यात्री फंसे हैं। देहरादून, हरिद्वार, श्रीनगर अल्मोड़ा जाने वाले यात्री यहां परेशान है। इसके अलावा थराली देवल मोटर मार्ग सहित कई ग्रामीण सड़कें भी बाधित हैं। मार्ग बंद होने से करीब दो किलोमीटर पैदल या घोड़े खच्चरों से आवाजाही करनी पड़ रही है जिसके कारण समय बर्बादी के साथ ही आर्थिक बोझ अतिरिक्त पड़ रहा है। दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जुड्डो के पास बंद है। यहां पर रविवार से सिलक्यारा सुरंग कार्यों के लिए जा रहा ट्रक आधा खाई में लटका हुआ है।लोक निर्माण विभाग पीएमजीएसवाई कालसी का गडूल-सकरौल मोटर मार्ग तीन स्थान पर, बाढ़वाला-जुड्डो-मटोगी मोटर मार्ग दो स्थान पर, गौराघाटी-रंगेऊ मोटर मार्ग दो स्थान पर व प्यूनल मोटर मार्ग दो स्थान पर मलबा आने से बंद है।पछवादून और जौनसार बावर के मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश से कई संपर्क मार्गों पर मलबा आने के कारण यातायात बाधित हो रहा है। सोमवार को दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सहित क्षेत्र के 13 मार्ग बंद रहे।