गैरसैंण विधानसभा में मानसून सत्र का आगाजः स्पीकर,मंत्री व विधायक भी पहुंचे, भराड़ीसैंण विधानसभा परिक्षेत्र छावनी में तब्दील
सदन को गरमाएंगे पांच सौ से अधिक सवालः सत्र के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विस स्पीकर रितु खंडूड़ी भूषण, संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल समेत मंत्री व विधायक भी भराड़ीसैंण पहुंचे
भराड़ीसैंण। देहरादून (उद संवाददाता)। ग्रीष्मकालीन राजधाानी गैरसैंण की भराड़ीसैंण विधानसभा में तीन दिवसीय मानसून सत्र बुधावार को शुरू हो गया। सत्र के पहले दिन सबसे पहले सदन में दिवगंत विधाायकों को श्रद्धांजलि दी गई। सत्र के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धाामी, विधाानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी भूषण, संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल समेत मंत्री व विधाायक भराड़ीसैंण पहुंचे हैं। तीन दिवसीय सत्र में प्रदेश सरकार की ओर से कल पांच हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट सदन में पेश किया जाएगा। इसके अलावा कई विधोयक व प्रतिवेदन रिपोर्ट पटल पर रखी जाएगी। विपक्ष की ओर से केदारनाथ समेत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रें में आई आपदा, महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बढ़ते मामले, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सदन के अंदर व बाहर सरकार को घेरने की रणनीति बनायी है। विधाानसभा सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधाायकों के 500 से अधिाक सवाल मिले हैं। इन सवालों पर सदन में चर्चा की जाएगी। वहीं विपक्ष के तेवरों को देखते हुए भराड़ीसैंण में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गयी है। सदन की कार्यवाही व्यवस्थित ढंग से चले, इसके लिए विधानसभा सचिवालय ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। भराड़ीसैंण में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। विपक्ष ने सदन के अंदर और बाहर आपदा और कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरेगी, जबकि प्रदेश सरकार ने विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए रणनीति बनाई है। भराड़ीसैंण में पहली बार मानसून सीजन में सत्र आयोजित हो रहा है। सत्र के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी भूषण, संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल समेत मंत्री व विधायक भराड़ीसैंण पहुंच गए हैं। लगभग डेढ़ साल बाद सरकार के पहुंचने से भराड़ीसैंण में रौनक लौटी है। भराड़ीसैंण विधानसभा के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। विधानसभा अध्यक्ष )तु खंडूड़ी भूषण ने मंगलवार को भराड़ीसैंण पहुंच कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। 21 अगस्त से शुरू होने वाले तीन दिवसीय सत्र में प्रदेश सरकार की ओर से पांच हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट सदन में पेश किया जाएगा। इसके अलावा कई विधेयक व प्रतिवेदन रिपोर्ट पटल पर रखी जाएगी। विपक्ष की ओर से केदारनाथ समेत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आई आपदा, महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बढ़ते मामले, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सदन के अंदर व बाहर सरकार को घेरने की रणनीति है, जबकि सत्ता पक्ष सदन में विपक्ष के हर सवाल का मजबूती के साथ जवाब देगा। विधानसभा सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के सवाल सदन को गरमाएंगे। विधानसभा सचिवालय को 500 से अधिक सवाल मिले हैं। इन सवालों पर सदन में चर्चा की जाएगी। वहीं बुधवार से आयोजित होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र के लिए विधानसभा परिक्षेत्र छावनी में तब्दील हो गया है। डड्ढूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी हेलमेट और बॉडी प्रोटेक्टर से लैस होंगे। विस परिक्षेत्र में मोबाइल टॉवरों, पानी की टंकिंयों की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। बिना पास के कोई भी विस परिसर में नहीं प्रवेश कर पाएगा। मंगलवार को विधानसभा परिसर में पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल और चमोली के पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने ब्रीफ करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने डड्ढूटी पर तैनात सुरक्षा बलों को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए चौकस रहने के लिए कहा। साथ ही घटना की फोटो और वीडियोग्राफी, सुरक्षाकर्मी का संयमित व्यवहार के साथ ही निर्विघ्न यातायात के बारे में जानकारी दी गई। कहा कि विस के अंदर किसी प्रकार की सामग्री को वर्जित किया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि बैरियर डड्ढूटी पर नियुक्त अधिकारी और कर्मचारी जुलूस या धरना प्रदर्शन के दौरान सतर्क रहेंगे। दोनों अधिकारियों ने पुलिस बल को हेलमेट, डंडा, बॉडी प्रोटेक्टर आदि आवश्यक सुरक्षा उपकरणों के साथ डड्ढूटी पर तैनात रहने को कहा। ब्रीफिंग के पश्चात विधानसभा सत्र की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए फुल ड्रेस रिहर्सल की गई। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र एंव पुलिस अधीक्षक चमोली द्वारा विधानसभा भवन के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। विभिन्न डड्ढूटी पॉइंट्स पर तैनात पुलिस बल को उनके दायित्वों के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए। सभी कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि डड्ढूटी के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएँगे कि सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाए और विधानसभा सत्र शांतिपूर्वक संपन्न हो सकें। विस सत्र में अपर पुलिस अधीक्षक 04, पुलिस उपाधीक्षक-14, प्रभारी निरीक्षक/ थानाध्यक्ष 27, उपनिरीक्षक-35, महिला उपनिरीक्षक- 16, अपर उपनिरीक्षक- 31, मुख्य आरक्षी92, आरक्षी- 291, महिला आरक्षी-40, यातायात निरीक्षक -01, यातायात उपनिरीक्षक-05, यातायात मुख्य आरक्षी-12, यातायात आरक्षी-31, पीएसी 05 कंपनी, 01 प्लाटून व डेढ़ सेक्शन व फायर यूनिट-09 तैनात किए गए हैं। जिन पर सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी रहेगी।