किच्छा में विभाजन विभीषिका सेनानियों को प्रशस्ति चिन्ह देकर किया सम्मानित
किच्छा। किच्छा के ग्रैंड हेरिटेज सभागार में आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री गणेश जोशी, भाजपा संगठन महामंत्री अजय कुमार और कार्यक्रम संयोजक पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने जिला अध्यक्ष कमल जिंदल के साथ संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर विभाजन विभीषिका सेनानियों को अंग वस्त्र ओढ़ाकर और प्रशस्ति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने के बाद कई सेनानियों की आंखों में आंसू छलक आए, जो इस भावुक क्षण में गर्व से अभिभूत हो गए। कार्यक्रम में सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल किच्छा एवं सेंट पीटर स्कूल किच्छा के बच्चों द्वारा देशभक्ति से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम संयोजक पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी एवं संगठन महामंत्री अजय कुमार जी का माल्यार्पण कर स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने विभाजन की त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “14 अगस्त 1947 का दिन हमारी आजादी का जश्न तो था, लेकिन विभाजन ने इस खुशी को गहरा दर्द बना दिया। लाखों लोग मारे गए और करोड़ों को अपने घरों से विस्थापित होना पड़ा। यह विभाजन केवल जमीन का नहीं था, बल्कि दिलों और भावनाओं का भी था। आज हम उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं, जिन्होंने अपने जीवन की आहुति दी, और उन विभाजन सेनानियों को सम्मानित कर रहे हैं, जिन्होंने इस दर्दनाक समय में साहस का परिचय दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पहल पर यह स्मृति दिवस मनाया जा रहा है, ताकि हम उन कठिनाइयों को न भूलें और भविष्य की पीढ़ियों को इस त्रासदी से अवगत कराएं।”
जोशी ने सेनानियों के योगदान को नमन करते हुए कहा कि भाजपा सरकार विभाजन के सेनानियों को सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है और इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन सभी लोगों को याद रखना है जिन्होंने विभाजन के दर्द को सहा है।
मुख्य वक्ता के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अजेय कुमार ने विभाजन की भयावहता और उससे जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “भारत-पाक विभाजन केवल एक भूगोलिक विभाजन नहीं था, बल्कि यह हमारी सभ्यता, संस्कृति और समाज का विभाजन था। लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई, और जो बचे, वे अपने घरों से बिछड़ गए। आज भी विभाजन का दर्द लोगों के दिलों में जिंदा है।” उन्होंने आगे कहा, “हमारी सरकार ने इस दिवस को मान्यता दी ताकि वर्तमान पीढ़ी इस इतिहास को समझ सके और उससे सीख ले सके। विभाजन के शहीदों और सेनानियों की कहानियां हमारे लिए प्रेरणा स्रोत हैं, जो हमें यह सिखाती हैं कि कठिन परिस्थितियों में भी एकजुटता और साहस का महत्व कितना बड़ा होता है।”
अजय कुमार ने यह भी कहा कि विभाजन की विभीषिका को भुलाना संभव नहीं है और इस स्मृति दिवस के माध्यम से हम देश को यह संदेश देना चाहते हैं कि ऐसे ऐतिहासिक घटनाओं से हमें सबक लेना चाहिए।
कार्यक्रम में उपस्थित हजारों की संख्या में जनता को संबोधित करते हुए कार्यक्रम संयोजक पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने विभाजन के दौरान उत्तराखंड के लोगों द्वारा सहन की गई पीड़ा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “विभाजन का दर्द केवल भारत के सीमावर्ती इलाकों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका असर देश के हर कोने में महसूस किया गया। किच्छा और आस-पास के क्षेत्रों में भी बहुत से लोग विभाजन के शिकार हुए, जिन्हें अपना घर-बार छोड़कर नए जीवन की शुरुआत करनी पड़ी।” शुक्ला ने आगे कहा, “हमने इस कार्यक्रम का आयोजन उन सेनानियों की याद में किया है, जिन्होंने इस विभाजन के दौरान संघर्ष किया। मैं प्रभारी मंत्री गणेश जोशी जी से निवेदन करता हूं कि किच्छा में एक सेनानी स्मारक का निर्माण किया जाए, ताकि हम उनके संघर्ष और बलिदान को हमेशा याद रख सकें।” उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने विभाजन के शहीदों और सेनानियों को याद करने का जो बीड़ा उठाया है, वह सराहनीय है, और इस प्रकार के आयोजन हमें हमारे इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं को फिर से समझने का अवसर देते हैं।
कार्यक्रम में विभाजन के दर्द और संघर्ष को याद किया गया, जिससे यह एक अत्यंत भावनात्मक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण आयोजन बन गया।
कार्यक्रम में विधायक शिव अरोड़ा, पंजाबी सभा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव घइ, दर्जा राज्य मंत्री राजपाल सिंह, उत्तम दत्ता, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, युवा पंजाबी सभा प्रदेश अध्यक्ष भारत भूषण, पूर्व जिला अध्यक्ष विवेक सक्सेना, पूर्व मेयर रामपाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा अनिल चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह चंडोक, जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा धीरेंद्र मिश्रा, जिला आईटी संयोजक मोहन तिवारी, मंडी समिति पूर्व अध्यक्ष कमलेंद्र सेमवाल, रामू द्विवेदी, राकेश सिंह, अविनाश ठुकराल, शशि शुक्ला, ब्लॉक प्रमुख ममता जल्होत्रा, जिला पंचायत सदस्य हरविंदर कौर, कनिष्ठ ब्लॉक प्रमुख मनदीप कौर, सभासद संदीप आरोरा, मंडल अध्यक्ष मनमोहन सक्सेना, पंजाबी सभा नगर अध्यक्ष प्रवीण रहेजा, ग्रामीण अध्यक्ष राज गगनेजा, प्रदेश बंगाली समाज समिति अध्यक्ष देबू मंडल, सिंधी समाज अध्यक्ष किशन लाल एलानी, प्रमोद ठुकराल, जिला महामंत्री सतीश गोयल, अमित नारंग, कुंदन लाल खुराना, जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा विमल मंडेला, लक्ष्मण खुगगर, संजीव खन्ना, धर्मराज जायसवाल, राज पापनेजा, सुनील पपनेजा, अमन मदान, अक्षय अरोड़ा, अनिल यादव, अविनाश ठुकराल, शेर सिंह विर्क, ग्राम प्रधान जोगिंदर सिंह जिंदू, दीपक मिश्रा, वीरेंद्र यादव, विपिन जलहोत्रा, ओम तनेजा, नारायण पाठक, रविकांत वर्मा, मयंक तिवारी समेत हजारों लोग उपस्थित थे।