इन्वेस्टर्स मीट से पहले उद्यमियों ने किया 5000 करोड़ का निवेश

भांग उत्पादन के लिए 650 करोड़ का एमओयू

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देहरादून। मेगा इन्वेस्टर्स मीट की तैयारियों में जुटी राज्य की त्रिवेंद्र सरकार के प्रयास रंग लाते दिख रहे हैं। इन्वेस्टर्स मीट से पहले ही सरकार के साथ विभिन्न क्षेत्रों में काम रहे उद्यमियों ने 5000 करोड़ के निवेश के करार किये हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की उपस्थिति में सचिवालय में हुए ये समझौते एमएसएमई व उद्योग विभाग के साथ किये गये। एमएसएमई विभाग व उद्योग विभाग के साथ हुए इन समझौतों में फार्मास्यूटिकल, हेल्थ एण्ड वैलनेस, होटल व रिजोर्ट निर्माण, कॉस्मेटिक्स व स्किन केयर, केबिल्स विर्निर्माण, रोप-वे, स्टोनक्रसर, बैंकिग क्षेत्र, भांग उत्पादन, मक्का से स्टार्च व ग्लूकोस उत्पादन, प्रिटिंग, एम्यूजमेंट पार्क व पिकनिक स्पॉट विकसित करने, खाद्य प्रसंस्करण, आग्रेनिक, हर्बल व एरोमैटिक उत्पादन, ऐथोनॉल उत्पादन आदि विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए निवेशक आगे आये। सरकार की ओर से बताया गया है कि कुल निवेश करार करीब पांच हजार करोड़ रुपये का हुआ। निवेश समझौतों की इस कड़ी में रजस एयरोस्पोर्ट्स एण्ड एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एमएसएमई विभाग व उद्योग विभाग के साथ रोपवे निर्माण, एयरो एडवेंचर फैसिलिटी पार्क, हाल सफारी, हॉट एयर बैलूनिंग, कैफेटेरिया व लॉन्ज विकसित करने के लिए 2020 करोड़ रुपये का एमओयू हस्ताक्षर किया गया।उद्योग विभाग व कुमार ग्रुप ऑफ इण्डस्ट्रीज के बीच एमडीएफ बोर्ड निर्माण, रुद्रपुर में हॉलिस्टिक हॉस्पिटल निर्माण, मक्का प्रसंस्करण के लिए 1160 करोड़ रुपये का एमओयू किया गया। इण्डियन इंडस्ट्रीज हैम्प एसोसिएशन के साथ भांग उत्पादन के लिए 650 करोड़ का एमओयू किया गया। इसके अलावा उत्तम शुगर देहरादून के साथ डिस्टलरी उत्पादन के क्षेत्र में 145 करोड़ का एमओयू किया गया। मानस बंधु बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ रिजॉर्ट व एम्यूजमेन्ट पार्क निर्माण के लिए 70 करोड़ का एमओयू किया गया। पैक लैब्स देहरादून के साथ प्रिन्टिंग के क्षेत्र में 30 करोड़ का एमओयू किया गया। एचडीएफसी बैंक ने सभी जिलों में अपनी शाखाएं खोलने व निवेशकों को उदार शतरे पर ऋण देने के एमओयू हस्ताक्षरित किया। कॉपमेड फार्मा द्वारा फार्मासूटिकल के क्षेत्र में 160 करोड़, सारा ग्रुप ऑफ कम्पनीज द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए 260 करोड़, गोल्ड प्लस ग्लास इण्डस्ट्रीज द्वारा फलॉट ग्लास विनिर्माण के लिए 600 करोड़, क्वेंटा केबिल्स द्वारा केबिल्स विनिर्माण के लिए 35 करोड़, क्वेंड्रा इन्फ्रा द्वारा ऑप्टिकल फाइबर, मोबाइल टावर, बिजली के खम्बे आदि लगवाने के लिए 250 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार डा. केएस पंवार, अपर मुख्य सचिव रणवीर सिंह, प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, निदेशक उद्योग सुधीर नौटियाल के साथ ही संबंधित कंपनियों के उद्यमी मौजूद थे।

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