बांग्लादेश में तख्तापलट….प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छोड़ा देश, सैकड़ों प्रदर्शनकारियों का प्रधानमंत्री आवास पर धावा
बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने कहा: सेना और पुलिस गोली न चलाएं,भारत-बांग्लादेश सीमा पर ‘हाई अलर्ट’
नई दिल्ली/ ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, इसके बाद देश की कमान अब सेना के हाथों में है। बांग्लादेश की सेना ने प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए 45 मिनट का अल्टीमेटम दिया था। उनके आवास में सैकड़ों प्रदर्शनकारी घुस गए। इसके बाद वो सैन्य हेलिकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हुईं। इस बात की जानकारी प्रोथोम एलो डेली ने दी है। बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच भड़की हिंसा अब उग्र हो चुकी है। इस बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफे दे चुकी हैं। वहीं इसके बाद देश के सेना प्रमुख ने कहा है कि वो सभी से बातचीत करके देश में अंतरिम सरकार बनवाएंगे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद स्थिति और बदहाल है, एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने आज अपराह्न लगभग 3:00 बजे गोनो भवन के द्वार खोल दिए और प्रधानमंत्री आवास के परिसर में प्रवेश कर गए। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया। उनकी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं जिसमें पिछले दो दिनों में 106 से अधिक लोगों की जान चली गई। वहीं एक समाचार एजेंसी के अनुसार शेख हसीना त्रिपुरा के अगरतला के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हुईं। हालांकि, विदेश मंत्रालय या अगरतला में स्थानीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करने से इनकार कर दिया है। त्रिपुरा के गृह सचिव पीके. चक्रवर्ती ने कहा, हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। जानकारी के मुताबिक शेख हसीना और उनकी छोटी बहन शेख रेहाना हेलीकॉप्टर से देश छोड़कर चली गईं। जिसके कुछ घंटों बाद, सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया। बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की बेटी शेख हसीना 2009 से बांग्लादेश में शासन कर रही थीं। वह लगातार चौथी बार और कुल मिलाकर पांचवीं बार प्रधानमंत्री चुनी गईं थी। वहीं देश में स्थिति अस्थिर और अनिश्चित होने के कारण, बांग्लादेशी सेना प्रमुख ने सोमवार को राष्ट्र को संबोधित किया। इससे पहले बांग्लादेश सरकार ने पहले इंटरनेट को पूरी तरह से बंद करने का आदेश दिया था, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने आम जनता से ढाका तक मार्च में शामिल होने के लिए कहा था। हालांकि एक सरकारी एजेंसी ने सोमवार को लगभग 1:15 बजे ब्रॉडबैंड इंटरनेट शुरू करने का आदेश दिया है
वहीं बीएसएफ के महानिदेशक (कार्यवाहक) दलजीत सिंह चौधरी और वरिष्ठ अधिकारी भारत-बांग्लादेश सीमा सुरक्षा की समीक्षा के लिए कोलकाता पहुंच गए हैं। जानकारी के मुताबिक बीएसएफ ने पड़ोसी देश में हिंसक घटनाक्रम के मद्देनजर भारत-बांग्लादेश सीमा के 4,096 किलोमीटर क्षेत्र में सभी इकाइयों को ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है। बांग्लादेश के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बढ़ते अशांति के बीच इस्तीफा दे दिया और बांग्लादेश छोड़ दिया। इसके साथ ही उनकी 15 साल की सत्ता समाप्त हो गई। बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने कहा कि उन्होंने सेना और पुलिस दोनों से कोई गोली न चलाने को कहा है।इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सेना ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सेना ने कहा कि हिंसा से देश को नुकसान हुआ है। हालांकि, सेना देश के हालात को पूरी तरह संभाल लेगी। सेना ने देश में अंतरिम सरकार के गठन के साथ शांति स्थापित करने की भी बात कही। प्रदर्शनकारियों से कानून अपने हाथ में न लेने की अपील भी की गई।