एकजुट हुए कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताः हरदा, हरक, प्रीतम व रंजीत रावत ने साथ बैठकर किया जलपान

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केदारनाथ प्रतिष्ठा पदयात्रा में वरिष्ठ नेताओं ने शामिल होकर कार्यकर्ताओं में एकजुटता का संदेश दिया
देहरादून/रूद्रप्रयाग(उद संवाददाता)। प्रदेश में केदारनाथ विधानसभा की रिक्त सीट पर उपचुनाव के लिए सियासी दल सक्रिय हो गये है। वहीं कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा पदयात्रा रात्रि प्रवास के लिए स्यालसौड़ पहुंच गई है। कांग्रेस का कहना है कि केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में वे पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरेगी और भाजपा को जोरदार पटखनी देगी। वहीं कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा पदयात्रा के बहाने दिग्गज नेताओं के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं। रुद्रप्रयाग पहुंची यात्रा में शामिल पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत, रंजीत रावत ने साथ बैठक कर जलपान किया। केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा आज 31 जुलाई को चंद्रपुरी अगस्तमुनि से शुरू होकर कुंड होते हुवे शाम तक गुप्तकाशी पहुंचेगी। पद यात्रा की कुल दूरी 26 किमी रहेगी। हरीश और हरक सिंह प्रत्यक्ष व प्रत्यक्ष रूप से एक-दूसरे पर सियासी पलटवार कर सुर्खियों में रहते हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा पदयात्रा रुद्रप्रयाग से आगे बढ़ गई है। इस यात्रा में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शामिल होकर कार्यकर्ताओं में एकजुटता का संदेश दिया है। रुद्रप्रयाग में यात्रा के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व मंत्री हरक सिंह, वरिष्ठ नेता रंजीत सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और विधायक प्रीतम सिंह ने एक साथ बैठक कर जलपान किया। इस दौरान हरीश और हरक के बीच नजदीकियां दिखी। आगामी केदारनाथ उपचुनाव को लेकर पार्टी नेता यात्रा में एकजुट दिख रहे हैं। साथ ही कार्यकर्ताओं में भी जोश बढ़ा है। मंगलवार को गुलाबराय स्थित एक होटल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की मौजूदगी में ध्वजारोहण किया गया। पार्टीजनों ने एकजुट होकर केदारनाथ प्रतिष्ठा पदयात्रा के सफल संचालन की बात कही। इसके बाद कांग्रेस की पदयात्रा गुलाबराय से मुख्य बाजार पहुंची। दोपहर में यात्रा तिलवाड़ा पहुंची। विजयनगर से होते हुए यात्रा देर शाम को रात्रि प्रवास के लिए स्यालसौड़ पहुंची। केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत ने बताया कि कांग्रेस के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी यात्रा में शामिल होंगे। यात्रा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम हरीश रावत, लोकसभा प्रत्याशी गणेश गोदियाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य शामिल रहे। पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस को केदारनाथ विधानसभा के उप चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरना होगा, तभी जीत संभव है। पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत केदारनाथ विस की दिवंगत विधायक शैलारानी रावत को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के बाद वर्ष 2017 में हुए विस चुनाव में उन्हें केदारनाथ विस से भाजपा से टिकट नहीं मिल रहा था, तब उन्होंने ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट कर उनका टिकट पक्का कराया था। उन्होंने कहा कि शैलारानी रावत की कमी पूरी नहीं की जा सकती है। वह दबंग नेता होने के साथ ही उनका जनता में अपना विशेष स्थान भी था। बहरहाल कांग्रेस और भाजपा के बीच होने वाले सीधे मुकाबले में कांग्रेस जहां इस सीट से अपने भरोसेमंद कैडिडेट पर दांव खेलने रणनीति बना रही है। तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा प्रदेश आलाकमान भी केदारनाथ सीट पर अपने उम्मीदवार की तलाश में जुट गया है। दिवंगत विधायक शैलारानी रावत भी पूर्व में कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुई थी और वर्ष 2017 और फिर 2022 के चुनाव में भाजपा से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। विधानसभा सीट पर मजबूत जनाधार रखने वाली शैलारानी के निधन से भाजपा के समक्ष दमदार प्रत्यााशी चयन के लिए एक बार फिर बड़ी चुनौती है। अभी तक साईलेंट मोड में दिख रही भाजपा की रणनीति के अनुसार केदारनाथ की हॉट सीट पर कांग्रेस से मुकाबले में कड़ी टक्कर मिल सकती है। अब तक दिवंगत विधायक के पारिवारिक सदस्य को लेकर भाजपा से प्रतिक्रिया नहीं आयी है। वहीं दूसरी तरफ सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज है कि लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद भाजपा को कांग्रेस से दो उपचुनाव में बद्रीनाथ और मंगलौर सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में केदारनाथ सीट को हर हाल में जीतने के लिए भाजपा पूर्व सीएम डा. रमेश पोखरियाल निशंक अथवा तीरथ सिंह रावत पर भी दांव खेलने से पीछे नहीं हट सकती है।

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