अचानक एक फोन ने कर दिया राजेश शुक्ला का धरना समाप्त !
किच्छा(उद संवाददाता)। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा किच्छा नगर व्यापार मंडल की इकाई के चुनाव की प्रक्रिया को स्थगित करने के पत्रा के बाद तथा पूर्व विधायक राजेश शुक्ला द्वारा चलाए जा रहे धरना प्रदर्शन जिसमें चुनाव समिति को भंग करने एवं फर्जी मतों को लिस्ट से हटने सहित वर्तमान विधायक तिलक राज बेहड़ के धरने के एवज में तहसील प्रांगण में दिया जा रहा धरना समाप्त कर दिया गया। वह खासा चर्चा का विषय बना हुआ है। धरना समाप्त करने को लेकर अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय मुख्य विकास अधिकारी ,एसपी मनोज कत्याल सहित तमाम आला अधिकारी बीते चार दिनों से प्रयास कर रहे थे। किंतु धरना समाप्त नहीं हो रहा था यही नहीं शुक्रवार को दोपहर 12बजे तक स्वयं पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने भी घोषणा की थी कि व्यापार मंडल को अपने चुनाव संबंधी प्रक्रिया के लिए प्रयास करना चाहिए यही नहीं निवर्तमान महामंत्राी ने भी पूर्व विधायक राजेश शुक्ला से निवेदन किया था कि वह व्यापारियों के चुनाव के लिए अब न्यायालय तथा संगठन की शरण में जाकर अपने न्याय की मांग करेंगे। इस पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने सहमति व्यत्तफ तो कर दी थी किंतु यह कहा था कि वह अधिकारियों पर किसी को भी राजनीतिक दबाव को बनाए जाने के खिलाफ धरने से नहीं हटेंगे तथा क्रमिक धरना जारी रखेंगे। किंतु समय के बीतने पर भाषणों के बीच में अचानक फोन कॉल ने सारी परिस्थितियों को बदल कर रख दिया और विधायक द्वारा दिए जा रहे भाषण के बीच में अचानक उनके मोबाइल पर एक घंटी बजी और वह भाषण बीच में छोड़कर ही अकेले में चले गए तथा कुछ ही देर बाद अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा, एसपी मनोज कत्याल सहित तमाम अधिकारी गण एक कमरे में चले गए और कुछ ही क्षणों में धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी गई। चर्चा इस बात की हो रही है कि आखिर किस शख्स का फोन आने के बाद तहसील प्रांगण में चल रहा धरना समाप्त कर दिया गया। क्या मुख्यमंत्राी को स्वयं प्रकरण में आना पड़ा। इस चर्चा ने खासा जोर पकड़ रखा है।चर्चा है कि इस प्रकरण की पूरी जानकारी मुख्य मंत्राी को दी गई थी। क्योंकि प्रकरण से कहीं न कहीं सरकार पर भी सवाल खड़े होने लग गए थी कि सत्ता पक्ष को भी धरने पर बैठना पड़ रह है।बाहर हाल ये कल्पना है पर फोन किसका था यह किसी ने नहीं बताया।