टांडा जंगल में टला बड़ा हादसाः जगल में लगी आग की लपटों और धुंए के गुबार से घिरा हाईवे खाली कराया

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रूद्रपुर/हल्द्वानी(उद संवाददाता)। उत्तराखंड के जंगलों में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं से वन विभाग के हाथ पांव फूले हुए हैं। बुधवार को दोपहर बाद टांडा जंगल में भीषण आग लगने से कई पेड़ धधक उठे जबकि जंगल की आग हल्द्वानी नैनीताल हाईवे तक पहुंच गई। आग की लपटों और धुंए के गुबार से हाईवे पर अफरा तफरी मच गई। आनन फानन में रूद्रपुर से हल्द्वानी की ओर जा रही रही सैकड़ों गाड़ियों को टांडा बैरियर पर रोक दिया गया और हाईवे को खाली कर दिया गया। वहीं वनाग्नि की टाना के बाद वन विभाग और पुलिस कर्मियों की सर्तकता से बड़ा हादसा होने से टल गया। अगर थोड़ी सी भी चूक होती तो हवा के झोंके साथ भड़क आग की लपटों की चपेट में कई वाहन भी आ सकते थे। वहीं पुलिसकमियों व वन विभाग के कर्मचारियों ने सूझबूझ से वाहनों को बैरिकेड लगाकर अन्य मार्गो से डायवर्ट कर लोगों को राहत दिलायी। बताया जा रहा है कि रामपुर रोड पर बुधवार दोपहर को बेलबाबा के आसपास जंगल में लगी आग बेकाबू हो गई। इस कारण सुरक्षा की दृष्टि से दो घंटे तक दिल्ली हाईवे बंद करना पड़ा। हल्द्वानी की ओर से बेलबाबा के पास वन विभाग ने बैरीकेड लगाया तो गन्ना सेंटर पर पुलिस ने गाड़ियों को डायवर्ट करना शुरू कर दिया। यही स्थिति रुद्रपुर की तरफ पंतनगर मोड़ पर थी। यहां से वाहनों को लालकुआं की ओर भेजा गया। देर रात तक डीएफओ व वनकर्मी मोर्चे पर डटे रहे। आग और धुएं की स्थिति को देख अंदाजा जताया जा रहा है कि कई हेक्टेयर जंगल चपेट में आ चुका है। बुधवार दोपहर दो बजे करीब रामपुर रोड पर बेलबाबा से पांच किमी नीचे करीब तराई केंद्रीय डिवीजन की भाखड़ा रेंज के जंगल में आग लग गई। हाईवे के दूसरी ओर हल्द्वानी रेंज का जंगल पड़ता है। कुछ देर में लपटें यहां भी पहुंच गई।सूचना पर डीएफओ उमेश चंद्र तिवारी के अलावा कई रेंज का स्टाफ भी यहां पहुंच गया। हल्द्वानी से दमकल विभाग की टीम भी मोर्चे पर उतर गई। फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियों से पानी की बौछारें मारी गई। इस बीच हाईवे की ओर आग और धुआं बढ़ने लगा। इसलिए साढ़े तीन बजे के करीब बेलबाबा के पास वन विभाग ने बैरिकेड लगा हाईवे को बंद कर दिया। सुरक्षा की दृष्टि से यह जरूरी भी था।दूसरी तरफ टीपीनगर पुलिस ने वाहनों को गन्ना सेंटर से लालकुआं की तरफ डायवर्ट किया तो पंतनगर थाने के पुलिसकर्मियों ने पंतनगर मोड़ पर खड़े होकर रुद्रपुर से हल्द्वानी की ओर आ रही सभी गाडियों को लालकुआं की तरफ मोड़ दिया। साढ़े पांच बजे के आसपास हाईवे को खोला गया। हालांकि, हल्द्वानी से लालकुआं जाने वाली गाड़ियों को साढ़े छह बजे तक गन्ना सेंटर से लालकुआं की तरफ भेजा गया। इससे हल्द्वानी-दिल्ली हाईवे पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ा। इधर देर रात तक तराई केंद्रीय डिवीजन के कर्मचारी जंगल में डटे हुए थे। यूसी तिवारी डीएफओ तराई केंद्रीय डिवीजन के अनुसार जंगल की आग पर नियंत्रण पा लिया गया है। रात में भी टीम मौके पर थी। आग की चपेट में आने से जंगल में कितना नुकसान हुआ इसका आंकलन गुरुवार को हो पाएगा।

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