सोशल मीडिया में करोड़ों रूपये की नगदी और सोना बरामद होने की फर्जी खबरों से भड़के व्यवसायी गुलशन नारंग
आयकर विभाग की टीम के लौटने के बाद व्यवसायी गुलशन नारंग ने कहा,हमारे खिलाफ हुई बड़ी साजिश
रूद्रपुर (उद संवाददाता)। एक ओर जहां पिछले चार दिनों से आयकर विभाग की टीम द्वारा लगातार की गई पूछताछ से नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी नारंग एवं गाबा परिवार प्रताड़ित होता रहा तो वही दूसरी ओर सोशल मीडिया हैण्डलरों द्वारा आयकर विभाग की टीम को करोड़ों रूपये की नगदी और सोना बरामद होने की खबरों को पोस्ट किये जाने से चर्चाओं का बाजार गरम रहा। जबकि आयकर विभाग की टीम द्वारा किसी भी प्रकार की कोई भी जानकारी प्रेस को सांझा नही की गई और न ही आयकर विभाग को अपनी छानबीन में कोई विशेष गड़बड़ी मिल पाई। इसके बावजूद सोशल मीडिया पर पोस्ट हो रही खबरों को लेकर व्यापारी वर्ग में अच्छा खासा आक्रोश है। विदित हो कि गत 23 मई को लखनऊ से आई आयकर विभाग की टीम द्वारा नांरग फर्नीचर,विनायक प्लाईवुड सहित नारंग और गाबा बंधुओं के आवास पर एक साथ छापे की कार्रवाई शुरू की गई थी जो आज चौथे दिन जाकर पूर्ण हुई। आयकर विभाग द्वारा आज चार दिन तक की गई छापेमारी की कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा अलग-अलग तरीके से खबरों को पोस्ट किया गया। किसी का कहना है कि आयकर विभाग टीम को अब तक कई करोड़ों रूपये की नगदी बरामद हो चुकी है तो कहीं तहखाने में करोड़ों रूपये की नगदी बरामद होने की बात की गई। यही नही करोड़ो रूपये की सम्पत्तियों के कागजात होने की बात भी सोशल मीडिया पर खूब फैलायी गई। सोशल मीडिया पर पोस्ट हुई इन खबरों के चलते नगर ही नही आस-पास के लोगों में तमाम तरह की चर्चाओं का बाजार गरम रहा। यही नही आम जनता ने भी करोड़ों रूपये की नगदी बरामद होने की सीमा 700 करोड़ रूपये तक पहुंचा दी गई। जबकि सच्चाई यह है कि आयकर विभाग की टीम को छापे में कितने करोड़ों की नगदी,सम्पत्ति सहित क्या बरामद हुआ इसकी जानकारी सिर्फ आयकर विभाग की टीम के अतिरिक्त अन्य किसी व्यक्ति को नही थी। इसके बावजूद सोशल मीडिया पर तमाम तरह के तथाकथित तथ्यों को पोस्ट कर जनता के बीच भ्रांतियां फैलाई जाती रही। अपनी जांच के सम्बंध में आयकर विभाग की टीम या इसके किसी भी सदस्य द्वारा इस सम्बंध में कोई जानकारी सांझा नही की गई। आयकर विभाग की टीम आज अपनी जांच पूरी कर वापस लौट गई है। बताया जाता है कि आयकर विभाग की टीम को इस दौरान कोई विशेष गड़बड़ी नही मिली। आयकर विभाग द्वारा अपने साथ हिसाब-किताब के कुछ पेपर, एक मोबाईल और लैपटॉप की हार्डडिस्क अपने साथ ले गई है। बहरहाल सोशल मीडिया पर करोड़ों रूपये बरामद होने की खबर पड़ताल बिल्कुल बेबुनियाद निकली। सोशल मीडिया पर पोस्ट हुई ऐसी खबरों की नारंग परिवार के साथ व्यापार मण्डल ने कड़ी निन्दा की है।
पूरा शहर इस विपदा में उनके साथ खड़ा रहा: उनके घर से कुल 3 लाख 30 हजार रूपये की रकम बरामद हुई थी
रूद्रपुर। आयकर विभाग की टीम के लौटने के बाद व्यवसायी गुलशन नारंग ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश के तहत यह पूरी कार्रवाई की गयी है, उनका कहना था कि किसी ने झूठी शिकायत करके आयकर विभाग को गुमराह करके यह खेल खेला है। मीडिया से बातचीत में व्यवसायी गुलशन नारंग ने बताया कि चार दिन की जांच के दौरान उनके घर से कुल 3 लाख 30 हजार रूपये की रकम बरामद हुई थी जिसे टीम ने उन्हें वापस कर दिया। उन्होंने कहा कि पूरी जांच के दौरान उन्होंने टीम के साथ पूरा सहयोग किया और आयकर विभाग के अधिकारी भी उनके साथ पूरा सहयोग करते रहे। उन्होंने कहा कि सामान्य प्रक्रिया के तहत यह जांच की गयी है। आयकर विभाग की टीम जो सोचकर आई थी वो वो उन्हें नही मिला। गुलशन नारंग ने कहा कि किसी की साजिश के तहत सब कुछ हुआ। उनका कहना था कि कोई आगे बढ़ता है तो लोगों को जलन होती है। यह सब उसी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि मेरे बच्चों ने मेहनत की और खून पसीना बहाया तब जाकर सफलता हासिल की, लेकिन बच्चों की सफलता कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही है। गुलशन नारंग ने बताया कि बृहस्पतिवार को जब आयकर विभाग की टीम पहुंची तब वो दुकान पर थे। जो भी जानकारी टीम मांगी वो उन्हें दी गयी। उन्हें किसी भी तरह से टॉर्चर नहीं किया। गुलशन नारंग ने कहा कि पूरा शहर इस विपदा में उनके साथ खड़ा रहा। जिसके लिए वह सभी का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि जांच प्रक्रिया के दौरान कुछ लोग करोड़ों रूपये मिलने की अफवाह फैलाते रहे जिसकी वह निंदा करते है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें इस मामले में बदनाम करने की कोशिश की है।