तीर्थयात्रियों से किया जाए सौम्य व्यवहार: लाईन में लगे श्रद्धालुओं से बातचीत कर पुलिस अधीक्षक ने लिया यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा

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रूद्रप्रयाग। पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे ने केदारनाथ पहुंकर यहां सुरक्षा व्यवस्था को परखा। गुरुवार को एसपी ने कहा पुलिस कर्मियों को कहा कि तीर्थयात्रियों से सौम्य व्यवहार किया जाए। एसपी ने लाइन में लगे तीर्थयात्रियों से बातचीत की। इसी बीच उन्होंने प्रत्येक प्वाइंट पर पुलिस बल से भी बात की। मन्दिर परिसर में दर्शन के लिए कतारबद्ध व्यवस्था में ही दर्शन कराने को कहा। उनके द्वारा केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं व छोटे बच्चों से संवाद स्थापित कर उनके अनुभवों को जाना गया। कहा कि मौसम में अचानक हो रहे परिवर्तन के कारण हो रही बारिश की सूचना तत्काल नीचे के पैदल पड़ावों को दी जाए ताकि उनके स्तर से तीर्थयात्रियों को इसकी जानकारी दी जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा चलाए गए ऑपरेशन मुस्कान में निरंतर कार्य हो रहा है। केदारनाथ धाम सहित पैदल मार्ग में बिछड़ने वाले श्रद्धालुओं व परिजनों से संबंध में मंदिर परिसर सहित पीए सिस्टम के माध्यम से अनाउंसमेंट कर मदद की जा रही है। जबकि खोया पाया केंद्रों को और भी मजबूत किया गया है। एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के बीच बेहतर समन्वय रखा जाए। यात्रा व्यवस्थाओं के संचालन में किसी भी तरह की समस्या आने पर तत्कालन अधिकारियों को सूचित करने को कहा। इस दौरान एसपी ने मन्दिर दर्शन हेतु आ रहे श्रद्धालुओं हेतु बनी लाइन व्यवस्था का जायजा लिया व प्रत्येक प्वान्ट पर डड्ढूटीरत पुलिस बल से संवाद स्थापित किया गया। उन्होंने पुलिसकर्मियों को निर्देशित करते हुए कहा कि केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं के साथ मधुर एवं सौम्य व्यवहार कर, मन्दिर परिसर मे दर्शन हेतु कतारबद्ध करवाते हुए सुगम तरीके से मन्दिर दर्शन करवाये जायें। मौसम में अचानक हो रहे परिवर्तन के कारण हो रही बारिश की सूचना तत्काल नीचे के पैदल पड़ावों को दी जाये, ताकि उनके स्तर से श्रद्धालुओं को इस सम्बन्ध में जागरुक किया जा सके। पुलिस द्वारा चलाये गये ऑपरेशन मुस्कान के तहत निरन्तर कार्य किये जायें, केदारनाथ धाम सहित पैदल मार्ग में बिछड़ने वाले श्रद्धालुओं व परिजनों के सम्बन्ध में मन्दिर परिसर सहित पी0ए0 सिस्टम के माध्यम से अनाउंसमेंट कर मिलवाया जाये व सभी खोया-पाया केन्द्रों को और सशत्तफ किया जाये।सभी सुपर जोन, जोन व सेक्टर प्रभारियों के साथ-साथ एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के मध्य निरन्तर उचित समन्वय बनाए रखा जाए। यात्रा व्यवस्थाओं के संचालन में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल उनके संज्ञान में लाते हुए उचित निस्तारण कराया जाये।यहाँ तक पहुंचे श्रद्धालुओं द्वारा मदद मांगे जाने पर आवश्यक मदद की जाये। स्थानीय स्तर धाम की पवित्रता व मर्यादा बनाये रखने की निरन्तर अपील की जाये, मन्दिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी व सोशल मीडिया रील्स इत्यादि बनाने वालों तथा धाम सहित यात्रा मार्ग पर नशीले व तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने वालों, हुड़दंग मचाने वालों पर ऑपरेशन मर्यादा के तहत वैधानिक कार्यवाही की जाये। अपने कर्तव्य निर्वहन के साथ साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाये।


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