चारधाम यात्रा का ऑफलाइन पंजीकरण कराने के लिए उमड़ी भारी भीड़
हरिद्वार (उद संवाददाता)।चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण के बाद अब ऑफलाइन पंजीकरण के लिए भी मारामारी शुरू हो गई है। बुधवार से ऑफलाइन पंजीकरण शुरू होते ही हरिद्वार में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान हंगामा भी हुआ। भीड़ को देखते हुए पुलिस बल तैनात करना पड़ा। यात्री आधी रात के बाद ही पंजीकरण कराने के लिए जिला पर्यटन विकास केंद्र पर पहुंचने लगे, लेकिन 8 बजे तक भी पंजीकरण कार्य शुरू नहीं हो पाया। जिससे यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। पर्यटन विभाग की ओर से पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने व्यवस्था बनानी शुरू की, लेकिन यात्रियों ने पुलिस पर ही मारपीट का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने यात्रियों की लाइन लगाकर पंजीकरण कार्य शुरू कराया। व्यवस्था बनाने के लिए एसडीएम अजययवीर सिंह भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने जिला पर्यटन विकास अधिकारी से यात्रियों की पंजीकरण की व्यवस्था की जानकारी ली। जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश कुमार सिंह यादव का कहना है कि चारों धामों बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री व गंगोत्री के लिए 500-500 के स्लॉट ऑफलाइन पंजीकरण के लिए दिए गए हैं। कहना है कि उम्मीद है कि इतने स्लॉट में सभी यात्रियों के पंजीकरण हो जाएंगे। हरिद्वार के साथ ही ऋषिकेश में भी ऑफलाइन पंजीकरण शुरू हो गए हैं। धर्मनगरी में भी ऑफलाइन पंजीकरण के लिए छह काउंटर बनाए गए हैं। इन पर हर धाम के लिए पांच-पांच सौ यात्रियों के पंजीकरण किए जाएंगे। उत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो जाएगी। वैसे तो उत्तराखंड सरकार की ओर से चारधाम यात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है। इससे उत्तराखंड में यात्रा करने वाले श्रद्धालु घर बैठे पंजीकरण करा रहे हैं, लेकिन प्रदेश में प्रवेश करने वाले यात्रियों को भी जगह-जगह ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा दी जाती है। विभाग की ओर से पंजीकरण काउंटर खोले जाते हैं। इसमें धर्मनगरी में भी पर्यटन विभाग के कार्यालय परिसर में छह काउंटर खोल दिए गए हैं। काउंटरों पर बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के लिए पांच-पांच सौ स्लॉट यात्रियों की बुकिंग के लिए पंजीकरण किए जाएंगे। केंद्रों पर पंजीकरण के लिए इंटरनेट सुविधा, लाइट, बिजली के साथ ही यात्रियों के बैठने के लिए कुर्सियां, हवा और ठंडे पानी की व्यवस्था की गई है।