पूर्व सीएम हरीश रावत ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शेयर किया ईवीएम स्ट्रांग रूम के सीसीटीवी फुटेज का वीडियो !
मजदूर के वेश में ईवीएम स्ट्रांग रूम के आस पास आते जाते दिखाई दे रहे हैं कुछ लोग!
देहरादून(उद संवाददाता)। उत्तराखंड के पूर्व सीएम एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर आशंकायें व्यक्त करते हुए कई सवाल खड़े किये है। बुधवार को पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक पोस्ट में बताया है कि रायपुर स्थित एक ईवीएम स्ट्रांग रूम में जाते हुए दो लोग दिख रहे हैं । वहीं उन्होंने सीसीटीवी फुटेज का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि जहां परिंदे को भी पर नहीं मारना चाहिए, ईवीएम स्ट्रांग रूम और उसके आस-पास! रायपुर स्टेडियम में मजदूर के वेश में कुछ लोग स्ट्रांग रूम के आस-पास आराम से टहलते, आते-जाते दिखाई दे रहे हैं! प्रश्न सत्ता की नियत का है। सत्ता की नियत में यदि खोट हो तो फिर उस पर विश्वास करना कठिन ही नहीं बल्कि घातक हो जाता है। वहीं एक अन्य पोस्ट में पूर्व सीएम हरीश रावत ने मतदान के नए आकड़े जारी होने पर अपनी प्रतिकिया व्यक्त की है। 19 अप्रैल को प्रथम चरण का मतदान हुआ, माननीय चुनाव आयोग को कुल मतदान का प्रतिशत देने में 11 दिन लग गये हैं। पहले जो प्रतिशत चलन में था उसे खारिज कर दिया, मशीन में पड़े कुल मतदान की जिले वार गणना और जिले वार गणना को पूरे देश में गणना करने में 11 दिन तो कैसे उम्मीद की जाय कि एक दिन के अंदर और वह भी कुछ घंटे के अंदर सारे मतदान की गणना हो जायेगी या उसको विश्वसनीय मान लिया जाए? माननीय चुनाव आयोग को इस विलंब का तार्किक कारण देना चाहिए। हम सबने बूथों पर मतदान प्रतिशत की गिरावट को महसूस किया और यह गिरावट व्यापक चर्चा का विषय है, इसको देखकर 11 दिन तक जो आकलन लगाये जा रहे थे, अब चुनाव आयोग के द्वारा जारी प्रतिशत से तो वह आकलन सब धूल धूसरित हो रहे हैं, यह मोदी जी का भारत है।