मोहर्रम पर गमगीन माहौल में निकले ताजिये

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काशीपुर/सितारगंज/गदरपुर। इमाम हुसैन के  शहादत की याद में  मोहर्रम की 10 वीं तारीऽ यानी आशूरा के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा सीनाजनी करते हुए क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से सैकड़ों की तादात में ताजिया कर्बला मैदान पर लाई गई जहां नियाज फातिया  के बाद सभी ताजिया  को सुपुर्द ए ऽाक किया गया। इस मौके पर कर्बला मैदान में विशाल मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सायं तमाम स्थानों पर मजलिस का भी आयोजन किया जायेगा।  आज प्रातः से ही कर्बला के गहमागहमी का माहौल रहा। मोहल्ला विजयनगर, नई बस्ती, ऽालसा पंजाबी सराय, अली ऽान, लक्ष्मीपुर पट्टðी, थाना साबिक अली ऽान के अलावा ग्राम सरवन ऽेड़ा कुंडा बैल जोड़ी, मिस्र वाला आदि गांव से अपराहन बाद बड़ी तादात में ग्रामीणों द्वारा भारी-भरकम ताजिया यहां कर्बला के मैदान पर पहुंचना शुरू हो गये। कर्बला मैदान पर दर्जनों  ताजिये छोटे बच्चों द्वारा भी लाये गये। अपराहन बाद से करबला मैदान मैं लगने वाला मेला शबाब पर था। ज्ञात हो कि इस्लाम तथा इंसानियत के लिए इमाम हुसैन तथा उनके 72 साथी आज ही के दिन शहीद हो गए थे। इसी याद में मोहर्रम पर्व मनाया जाता है। इस मौके पर व्यवस्था की कमान संभालने वालों में करबला कमेटी के सदर रफीके ऽान, पूर्व चेयरमैन समसुद्दीन हसीन ऽान, हाजी अबरार, हाजी शफीक अहमद अंसारी, मुशर्रफ हुसैन आदि शामिल थे।वहीं मुहर्रम को निर्विघ्न तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने व्यवस्था चाक चौबंद रही। संवेदन तथा अति संवेदन स्थानों पर फोर्स की अतिरित्तफ़ व्यवस्था की गई । कोतवाल चंचल शर्मा ने बताया है कि मुहर्रम पर्व के मौके पर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए 12 उपनिरीक्षक दो हेड कांस्टेबल 32 कांस्टेबल तीन महिला आरक्षी एक प्लाटून पीएसी के अलावा 4 फायरमैन को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया। सितारगंज- क्षेत्र में मोहर्रम सौहार्दपूर्ण तरीके से गमगीन माहौल में मनाया गया। लोगों ने शहर में ताजिए निकाले और इमामे हुसैन को याद किया। जामा मस्जिद से लेकर आमरिया चौराहा और फिर भिटौरा गांव स्थित कर्बला मैदान तक ताजिए निकले। नगर के साथ ही आस पास के गाँव के ताजिये भी कर्बला ले जाये गाए। इसके बाद ताजियों को करबला में दफना दिया गया। वहां पर मुस्लिम समाज ने दुरूद फातिहा दिलाएं। इधर कोतवाल संजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शांति व्यवस्था कायम रऽने के लिए जगह जगह पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। एसडीएम ने भी गस्त कर मौका मुआयना किया। मोहर्रम के मौके पर मुस्लिम समाज के लोगों ने नगर में जगह -जगह लंगर व सबील की व्यवस्था की। वहीं गुरुवार की देर रात तक इस्लाम नगर में अंजुमन हुसैनी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें बाहरी प्रदेशों से आए उलेमाओ ने इमाम हुसैन की शहादत बयां कर माहौल को गमगीन कर दिया। कॉन्फ्रेंस में कमेटी के सदर सैयद सरताज मियां, अल्ताफ अंसारी, जिलानी अंसारी, मोहम्मद हसन, वसीम, सलीम अहमद, तस्लीम अहमद आदि मौजूद थे। गदरपुर-मोहर्रम के मौके पर नगर सहित आसपास के मुस्लिम बाहुल्य ग्रामों से ताजियों को निकालकर मसीत के समीप बौर नदी के किनारे करबला में दफन किया गया। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में कडी सुरक्षा के बीच ताजियों को निकाला गया। थानाध्यक्ष ललित मोहन जोशी पुलिस कर्मियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था में चाक चौबंद रहे। नगर के मुख्य मार्ग पर विभिन्न सार्वजनिक स्थानों एवं मुस्लिम बाहुल्य ग्रामों में पुलिस कर्मियों को तैनात कर शांति व्यवस्था को बनाये रखने में प्रशासन का लोगों ने भी सहयोग किया। तहसीलदार जेपी गौड द्वारा भी राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ षांति व्यवस्था को बनाये रखने में योगदान दिया गया। नगर के वार्ड नं0-एक करतारपुर रोड, सिनेमा रोड, भोला कालोनी, वार्ड न0-छः, सात, आठ एवं नौ के अलावा निकटवर्ती ग्राम सुखशांतिनगर, मझराशीला, डौंगपुरी, रामजीवनपुर नं0-2, झगडपुरी, पत्थरकुई, बलखेडा, सरोवरनगर, लखनऊ, मसीत, गदरपुरा एवं अन्य ग्रामों से भी गमगीन माहौल में ताजियों को निकालकर मसीत स्थित बौर नदी के किनारे करबला में लाया गया, जहां गमजदा माहौल में ताजियों को दफन किया गया।    इधर, निकटवर्ती ग्राम महतोष, लम्बाखेडा, नरपतनगर एवं अहमदाबाद में भी मोहर्रम के अवसर पर मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा ताजिये निकाले गये।

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