बांसीटीला में आतंक का पर्याय बने बाघिन को किया ट्रैंकुलाइज
रामनगर (उद संवाददाता)। निकटवर्ती ग्राम बांसीटीला में 18 अप्रैल की शाम को खेत में काम कर रहे किसान को निवाला बनानाने वाले बाघ को कॉर्बेट प्रशासन ने ट्रेंकुलाइज कर पकड़ लिया है। बाघ के पकड़े जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है। बता दें 18 अप्रैल की शाम कॉर्बेट पार्क के अंतर्गत आने वाले बांसीटीला गांव में बाघ ने खेत में काम कर रहे प्रमोद तिवारी को अपना निवाला बना लिया था,वहीं घटना के बाद से ग्रामीण काफी डरे हुए थे। साथ ही ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ हंगामा भी किया था। ग्रामीण बाघ के डर से खेतों में नहीं जा पा रहे थे,जबकि उनकी गेहूं की फसल खेतों में तैयार खड़ी है। ग्रामीणों ने वन विभाग से बाघ को गोली मारने या पकड़ने की मांग की थी। तब से ही बाघ को पकड़ने की कॉर्बेट प्रशासन द्वारा कोशिश की जा रही थी। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से अनुमति मिलने के बाद से ही कॉर्बेट प्रशासन ने बाघ को पकड़ने के लिए घटनास्थल के आस पास पिंजरा लगा दिया था। साथ ही ड्रोन के जरिए वन विभाग के कर्मचारी लगातार निगरानी रख रहे थे,साथ ही कॉर्बेट पार्क के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ दुष्यन्त शर्मा और उनकी टीम तब से ही बाघ को ट्रेंकुलाइज करने को लेकर प्रयासरत थे। रविवार सुबह कड़ी मशक्कत के बाद बाघ को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दीगांत नायक ने बताया कि सुबह बाघ को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया है,उन्होंने कहा कि उक्त युवक के सैंपल बाघ से मैच कराने को लेकर सैंपल सीसीएमबी हैदराबाद भेजे गए हैं, इसके बाद स्पष्ट हो पाएगा कि उक्त किसान को निवाला बनाने वाला जिम्मेदार बाघिन यही है या नहीं। उन्होंने कहा कि बाघ को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू सेंटर ढेला में रखा गया है,उन्होंने कहा कि बाघिन स्वस्थ है साथ ही उसकी उम्र दो से तीन वर्ष है।