नैनीताल ,पिथौरागढ़ और चंपावत में आग से धधक रहे हैं जंगल
देहरादू/नैनीताल/पिथौरागढ़ । उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में वनाग्नि के छह मामले सामने आए हैं। वन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक कुमाऊं में 4 और गढ़वाल में 2 घटनाएं हुई हैं। इसे मिलाकर वनाग्नि की घटनाओं की संख्या बढ़कर 379 हो गई है। अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक छह घटनाओं में चंपावत वन प्रभाग में एक, तराई पूर्वी वन प्रभाग में 2, भूमि संरक्षण लैंसडाउन वन प्रभाग में 2 और चंपावत वन प्रभाग के तहत वन पंचायत में जंगल की आग का एक मामला सामने आया है।गर्मी बढ़ने के साथ ही पहाड़ों पर जंगलों में आग की घटनाएं भी बढ़ने लगी है। आए दिन जगलों में आग लगने की खबरें सामने आ रही हैं। नैनीताल के जंगल बीते तीन दिन से धधक रहे हैं। भवाली रोड पर पाइंस क्षेत्र के जंगल में शुक्रवार रात लगी आग अब आबादी वाले इलाके तक भी पहुंच गई है। नैनीताल जिले में भवाली रोड पर पाइंस क्षेत्र के जंगल में शुक्रवार रात आग लग गई। दो दिन बीते जाने के बाद भी ये आग बुझ नहीं पाई और लोगों के घरों के पास तक पहुंच गई। आग की सूचना मिलने पर अग्निशमनकर्मियों ने मौके पर पहुंच कर पानी डालकर आग को बुझाया। खुर्पाताल क्षेत्र के जंगलों में बीते तीन दिनों से आग लगी है। तीन दिन से खुर्पाताल के जंगल धधक रहे हैं। लेकिन विभाग की टीम को आग के बारे में अता-पता नहीं है। इसके साथ ही खुर्पाताल और देवीधूरा क्षेत्र में भी जंगल में आग लगी हुई है। ग्रामीणों ने किसी तरह आग को आगे बढ़ने से रोका तो सही लेकिन जंगल शनिवार को भी धधकते रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव की ओर बढ़ रही आग को बुझाने के लिए वन विभाग का कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा है। गांव वाले खुद आग को बढ़ने से रोक रहे हैं। गांव वाले रात भर आग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे। लेकिन आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है। आग लगने के कारण इलाके में धुंध छाई हुई है। वहीं फायर यूनिट पिथौरागढ़ ने जंगल में आग लगने की सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए तुरंत मौके पर पहुंचकर भीषण आग पर काबू पाया। फायर सर्विस यूनिट पिथौरागढ़ को सूचना मिली कि मूनाकोट क्षेत्र के जंगल में भीषण आग लगी हुई है। उत्तफ सूचना पर पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़, श्रीमती रेखा यादव के आदेशानुसार, अग्निशमन अधिकारी पिथौरागढ़, दया किशन के नेतृत्व में फायर सर्विस यूनिट द्वारा तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर होज रील की सहायता से पंपिंग कर आग पर पूर्णतः काबू कर लिया गया। इसके अतिरित्तफ स्थानीय जनता व वन विभाग के कर्मियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए गए।