बेरोजगारी के खिलाफ चलाई मुहिम, लोगों को दिया स्वरोजगार
शैलेन्द्र कुमार सिंह
लालकुआँ। कहते हैं अगर हौसलों में उड़ान हो तो मंजिलें कदम चूमती है ऐसा ही कुछ कर दिखाया है लालकुआँ के बिंदुखत्ता निवासी सागर नाथ में जिन्होंने पहाड़ से पलायन एवं बेरोजगारी के मुद्दे को समझा और उसके निराकरण के लिए किसी सरकार या शासन-प्रशासन पर उम्मीद ना लगा कर अपनी ही एक संस्था बना डाली और शुरू किया लोगों को स्वरोजगार देने का काम। जी हां सागर नाथ ने शून्य इंडिया नामक एक संस्था बनाई और इसमें कुछ अपने करीबी सदस्यों को जोड़ा। अपनी टीम के साथ उन्होंने एक प्लान बनाया और लोगों को बेरोजगारी एवं पलायन के मुद्दे पर सरकार को कोसने से बेहतर उन्हें स्वरोजगार देने की सोची जिसके तहत उन्होंने अपनी संस्था के सदस्यों के साथ जाकर पर्वतीय क्षेत्रें में कार्यशालाएं आयोजित की जिसमें स्थानीय लोगों को अगरबत्ती और मूँझ की घास से उत्पाद बनाने के गुर सिखाए। लोगों को उनका यह आईडिया इतना भाया की अल्मोड़ा के सल्ट में हुई कार्यशाला में उनके साथ एक ही दिन में 70 लोग स्वरोजगार से जुड़ गए। इसके बाद सागर नाथ ने आज बिन्दुखत्ता में एक कार्यशाला आयोजित की जिसमे उनके साथ 200 से भी अधिक महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ गयीं। गौरतलब है कि जहां एक ओर सरकार पहाड़ से बेरोजगारी एवं पलायन के मुद्दे को जोर शोर से उठाती तो जरूर है मगर धरातल पर इस संबंध में कोई काम नहीं होता और पहाड़ से पलायन बदस्तूर जारी है क्योंकि यहां रोजगार नहीं है और पर्वतीय मूल के लोग रोजगार की तलाश में अन्य शहरों को चले जाते हैं। इस पूरे मामले पर शून्य इंडिया के संस्थापक सागर नाथ का कहना है कि हमें बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे को समझना होगा और इसके लिए सरकार के ऊपर डिपेंड रहने से बेहतर है कि खुद ही कुछ किया जाए। उन्होंने बताया कि वह अपनी संस्था के माध्यम से इसमें महिलाओं एवं अन्य बेरोजगारों को जोड़ रहे हैं जिसके तहत यह लोग उनकी संस्था द्वारा उपलब्ध कराए गए कच्चे माल से अगरबत्ती एवं अन्य घरेलू उत्पाद बनाएंगे जिसे उनकी संस्था ही खरीदेगी और महिलाओं एवं अन्य बेरोजगारों को उन्हें घर बैठे पैसे उपलब्ध कराए जाएंगे। वही संस्था की सदस्य मनीषा गोस्वामी ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण है जिसके तहत घर में कामकाज करने वाली महिलाएं खाली समय में घरेलू उत्पाद बना सकती हैं और पैसे कमा सकती हैं। उनकी संस्था का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण एवं बेरोजगारों को स्वरोजगार उपलब्ध कराना है। इस दौरान मुख्य रूप से शून्य इंडिया के संस्थापक सागर नाथ, सदस्य मनीष गोस्वामी, लतिका वर्मा, प्रभात कृष्णा सहित तमाम सदस्य एवं क्षेत्रवासी मौजूद रहे।