अतिक्रमण चिन्हीकरण में भेदभाव,बैरंग लौटी टीम
काशीपुर। मोहलत की मियाद ऽत्म होने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग से अतिक्रमण हटाने गई टीम को पीएनसी के एक कांट्रेक्टर की गलत नीतियों के कारण बैरंग वापस लौटना पड़ा। कॉन्ट्रैक्टर पर आरोप है कि उसने अतिक्रमण हटाते हुए पारदर्शिता को दरकिनार कर छोटे व्यवसाइयों को निशाने पर लिया और बड़े कारोबारियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया। कांट्रेक्टर की हरकत चर्चा का विषय बनी है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 74 पर निर्माण कार्य प्रस्तावित होने के कारण बीती 13 सितंबर को 40 लोगों के िऽलाफ नोटिस जारी किए गए थे। एनएच द्वारा जारी नोटिस में अतिक्रमणकारियों को एक सप्ताह की मोहलत दी गई आज मोहलत की मियाद ऽत्म होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग के जूनियर इंजीनियर विनोद उनियाल, अभिषेक कुमार कानूनगो दिलशाद के साथ भारी पुलिस फोर्स लेकर मुरादाबाद रोड पर जसपुर अîóे के करीब जेसीबी मशीन लेकर पहुंच गए एनएच के अधिकारियों ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू की। इसी दौरान पीएनसी कांट्रेक्टर एसके मिश्रा ने भेदभाव करते हुए छोटे कारोबारियों को तो निशाने पर लिया लेकिन बड़े व्यवसायियों को उसने एक और दिन की चेतावनी देकर छोड़ दिया। कार्यवाही में भेदभाव होता देऽ कुछ लोगों ने इसका विरोध किया एनएच के अधिकारियों ने बताया कि अनाज मंडी मोड़ से जैतपुर मोड़ तक 10 किलोमीटर के दायरे में अतिक्रमण हटाया जाना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि नोटिस जारी करने के बाद मोहलत की मियाद ऽत्म हो गई लेकिन अतिक्रमणकारियों ने स्वेच्छा से एनएच किनारे से अतिक्रमण नहीं हटाया। पीएनसी कांट्रेक्टर ने बड़े अस्पताल बड़े कारोबारियों को नजरअंदाज करते हुए रोड पटरी पर बैठे छोटे दुकानदारों को निशाने पर लिया। उधर अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम को देऽकर व्यापारियों में ऽासा हड़कंप देऽा गया। बताया गया कि कल से दायरे के अंदर एनएच की टीम पसरे अतिक्रमण को हटाने का काम करेगी।