अपने ही विधायकों के सवालों में घिरे हरक, सुनाई अटल की कविता
देहरादून। मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल में विपक्ष के साथ ही अपने ही विधायकों के सवालों के जवाब देने में सरकार के मंत्री परेशान दिखे। कई सवालों में जवाब देने की बजाय नसीहत देते हुए विधायकों को टोकते नजर आये। वन मंत्री डा- हरक सिंह रावत से पुरोला के विधायक राजकुमार ने सवाल पूछा कि मुख्य मंत्री राहत कोष के खर्च को समेकित निधि से खर्च किया जाता है या नहीं। इसके जवाब से वह संतुष्ट नहीं हुए। जबकि भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल ने पर्यावरण को लेकर ध्वनि प्रदूषण के लिये हूटरों को प्रतिबंधित करने की व्यवस्था में कितने चालान और कार्यवाही पर पूछा गया। लेकिन मंत्री जी ने इस पर भी विस्तृत जवाब नहीं दिया। वहीं सल्ट से विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने मंत्री से सवाल पूछा कि प्रदेश में लीसा उत्पादन के लिये सरकार की कार्ययोजना पूरी तरह से दयनीय स्थित में है। वहीं जीना के साथ ही उपनेता प्रतिपक्ष करन महरा भी सरकार पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाने लगे। महरा ने बताया कि खुले मे लीसा रखने से दो बच्चों की मौत हो चुकी है। लीसे को खुले में रखने की बात को मंत्री ने इनकार किया तो विधायक जीना ने मोबाईल पर फोटो दिखा दी। वन मंत्री हरक सिंह रावत ने लीसे की फोटो देख जीना को अटल की कविता ‘छोटे मन से नहीं कोई होता बड़ा’ सुनाते हुए सयंम बरतने की नसीहत दे दी। साथ ही वन मंत्री ने कहा कि व्यवस्थाओं को सुधारने के लिये ठोस योजना बनायी जायेगी।