मिंडा के खिलाफ श्रमिकों का धरना प्रदर्शन
रूद्रपुर,15 सितम्बर। उत्पीड़न के खिलाफ सिडकुल स्थित मिंडा कारपोरेशन फैक्ट्री के कर्मचारी मुखर हो गये। उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ सहायक श्रमायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर धरना दिया। फैक्ट्री कर्मियों ने आरोप लगाया है कि श्रमिकों द्वारा यूनियन बनाकर पंजीकरण कराये जाने के पश्चात प्रबंधन द्वारा कार्रवाई कर कई श्रमिकों को कम्पनी से बाहर निकाल दिया है। श्रमिकों ने आरोप लगाया कि प्रबंधन की हठधर्मिता से श्रमिक सहमे हुए हैं। उनका कहना है कि फैक्ट्री में करीब 700 स्थायी व इतने ही अनुबंध कर्मचारी कार्यरत हैं। श्रमिकों ने आपसी मंत्रणा कर यूनियन बनाने के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय में सभी दस्तावेज जमा कराये तो इसकी भनक लगने पर प्रबंधक ने 12 श्रमिकों पर झूठे आरोप लगाकर कम्पनी से निकाल दिया और कई श्रमिकों पर इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला जा रहा है। श्रमिकों ने इस संदर्भ में जिलाधिकारी से भी न्याय की गुहार लगायी है। धरना प्रदर्शन में आशा देवी, मुन्नी, पूनम शर्मा, तारा आर्य, मोनिका, जमुना, नीमा शर्मा, ज्योति, हेमचंद, पंकज, ललित, रश्मि,दीपक, गणेश, गोविंद सिंह, पुष्कर खाती,राजेंद्र बोरा, दीपक, राकेश बर्गली, विनोद, चंद्रशेखर पंत, लक्ष्मीदत्त भट्ट, ललित सिंह, नारायण जीना, हीरा सिंह आदि शामिल हैं।