यूटयूब पर सुपरहिट गुलाबी सरारा गाना वापस आया : इंदर आर्या ने कहा कि कभी सोचा नहीं था आप लाग इतना सपोर्ट करोगे
देहरादून। उत्तराखंड के एक पहाड़ी गीत को यूटयूब से हटाने पर घमासान मचा हुआ था। वहीं अब शनिवार 24 फरवरी को सुपरहिट लोकगायक इंदर आर्या का यह गीत दोबारा यूटयूब पर वापस आ गया है।सहित देश-दुनियां के 14 करोड़ से अधिक लोगों की पसंद बन चुका लोकगायक इंदर आर्या का हिट कुमाऊंनी गीत गुलाबी शरारा फिर से यूट्यूब में लौट आया है। शनिवार शाम करीब सात बजे जैसे ही यह यूट्यूब पर सर्च करते हुए नजर आया तो यूजर्स में उत्साह छा गया। उत्तराखंड के इस गीत को उत्तराखंड ही नहीं देश और विदेश के प्रसंशकों में भी खूब छाया हुआ है। लगभग हर विवाह समारोह एवं अन्य कार्यक्रमों में यह गीत लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। यह गीत हर किसी की जुबान पर छाया हुआ है। इंदर आर्या ने कहा कि कभी सोचा नहीं था आप लाग इतना सपोर्ट करोगे। आज मुझे बहुत गर्व हो रहा है। मै चाहता हूं उत्तराखंड का यह गाना अब 500 मीलियन जायेगा। उन्होंने कहा कि उनके गीतों में कई गीतों की धुन मिलती है। वह कई वर्षो से गायकी कर रहे है। पहाड़ के कई कलाकार गीत बनाते है औरउनकी धुन समान होती है लेकिन हमे किसी की आचोलना नहीं बल्कि आगे बढ़ते हुए कलाकार का हौसला बढ़ाने की जरूरत है। इंदर आर्या ने सोशल मीडिया पर अपने लाखों प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया है। गौरतलब है कि 20 से तीस वर्ष पुराना कोई गीत गाया गया है जिसे एक कंपनी ने स्ट्राइक कर दिया था। गुलाबी सरारा अब तक 140 मीलियन व्यूस आ चुके है। इंदर आर्या ने कहा कि जब तक मेरी आवाज में दम होगी और भी कई गीत गाते रहूंगा वह कई और गीत के साथ तैयारी में लगे हुए है।
गढ़वाल के लोकगायक गजेंद्र राणा ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा था कि यूट्यूब की स्ट्राइक में उनका कोई हाथ नहीं
अगस्त 2023 में यंग उत्तराखंड चैनल पर लांच हुआ गुलाबी शरारा गीत उत्तराखंड के लोकगीतों में पहला गीत बना, जो अब तक 14 करोड़ से अधिक लोगों की पसंद बन चुका है। नेपाल की कलाकार भाविका प्रधान के इसमें रील बनाई तो यह इंस्टाग्राम में ट्रेंड कर गया। इसके बाद देश दुनियां के सेलिब्रिटी सहित उत्तराखंड मूल के बॉलीवुड कलाकारों ने रील बनाई। यहां तक कि देश-दुनियां के सोशल मीडिया इंफ्लून्सर ने रील बनाई। हाल ही में एक पुराने गढ़वाली गीत की धुन की कॉपी होने की वजह से यूट्यूब ने इस गीत को हटा दिया तो पहाड़ के लोकसंगीत जगत में भूचाल आ गया। इंटरनेट मीडिया में लोकगायक इंदर आर्या के समर्थन में मुहिम छिड़ गई। मामला कानूनी स्तर तक पहुंच गया था। गढ़वाल के लोकगायक गजेंद्र राणा ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा था कि यूट्यूब की स्ट्राइक में उनका कोई हाथ नहीं है, उन्होंने जो गीत गाया, कंपनी के लिए गाया और उसका मेहनताना लिया था। यह पूरी तरह चैनल का मामला है। लोकगायक गोविंद दिगारी के अनुसार यदि यह गीत वापस नहीं होता तो पहाड़ के झोड़े, चांचरी सहित अन्य विधाओं की लोकधुनों पर ही संकट आ जाता।