नई आबकारी नीति को लेकर कांग्रेस का बड़ा हमला: देवभूमि को शराब में डूबाने का काम कर रही है सरकार !
आबकारी विभाग के सिंगल यूज प्लास्टिक के होलोग्राम को लेकर उठाए सवाल
देहरादून। उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक में नई आबकारी नीति को हरी झंडी मिलने के बाद जहां नई शराब नीति को लेकर सरकार ने कई नये प्रावधान किये है नहीं शराब नीति में जहां स्थानीय वनस्पतियों और फलों व जड़ी बूटी से तैयार नये ब्राड की शराब तैयार करने के लिए स्थानीय और विदेशी कंपनियों को भी ठेका दिया जायेगा। वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार की शराब नीति को लेकर कई सवाल उठायें है। कांग्रेस ने इसे लेकर सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि सरकार नई आबकारी नीति से देवभूमि को शराब में डूबाने का काम कर रही है। इस से पहाड़ों पर खुल्ले आम शराब पीने का लाइसेंस दिया जा रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने नई आबकारी नीति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देवभूमि को शराब में डूबाने का काम कर रही है। इसके साथ ही माहरा ने कहा है कि सरकार प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में खुलेआम शराब बेचने का लाइसेंस दे रही है।
नई आबकारी को लेकर कांग्रेस लगातार सवाल उठा रही है। करन माहरा ने कहा कि धामी सरकार के कार्यकाल में आबकारी विभाग ने 36 माइक्रोन के होलोग्राम का टेंडर निकाला है। जबकि जारी गाइडलाइन के अनुसार सिंगल यूज प्लास्टिक 100 माइक्रोन से कम पर संपूर्ण रूप से प्रतिबंध है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि डेढ़ सौ करोड़ के लगभग ये होलोग्राम बनेंगे और ये होलोग्राम प्रदूषण फैलाने का काम करेंगे और जैसी जानकारी है ये सारे 400 साल तक डिस्ट्रॉय नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में लगातार हमारा पर्यावरण खराब होता रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में लाल किले से घोषणा की थी कि दो अक्टूबर के दिन से सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ मुहिम चलाई जाएगी। उसके बाद प्रशासन ने ठेहली, रेहड़ी वाले गरीब लोगों पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी। पुलिस की इस कार्रवाई से वे काफी परेशान हो गए। लेकिन हैरानी की बात है कि आबकारी विभाग और पॉल्यूशन बोर्ड आज खुद इस होलोग्राम का टेंडर कर रहा है। करन माहरा ने कहा की अब सरकार ने पर्वतीय क्षेत्रों में भी शराब की दुकान को खोलने का निर्णय लिया है उन्होंने कहा है कि प्रदेश की धामी सरकार प्रदेश को शराब में डूबाने का काम कर रही है।