भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत: कतर से हुई आठ पूर्व नौसेनिकों की रिहाई

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प्रधानमंत्री मोदी के साथ भारतीय खुफिया एजेंसियों के संयुक्त प्रयास से के बिना नहीं था मुमकिन
नई दिल्ली। कतर ने जेल में बंद भारतीय नौसेना के आठ पूर्व र्किमयों को रिहा कर दिया है और उनमें से सात सोमवार को स्वदेश लौट आए. इसे भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है । कतर से आठ पूर्व नौसेनिकों की रिहाई की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद संभाल रखी थी। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को छह बार गुपचुप कतर भेजा। सूत्रों ने बताया कि पीएम की सलाह व विदेश मंत्रालय और विभिन्न भारतीय खुफिया एजेंसियों के संयुक्त प्रयास से यह रिहाई हो सकी। एजेंसियां पिछले एक साल से लगातार काम कर रही थीं। अजीत डोभाल ने कतर सरकार और वहां के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के नजदीकी लोगों को मौजूद भू-राजनीति के मद्देनजर मामले की बारिकियां समझाईं। उधर विदेश मंत्री एस जयशंकर की अगुवाई में खास गठित टीम कूटनीतिक स्तर पर मामले को संभाल रही थी पिछले साल 23 दिसंबर को कतर की अदालत ने इनके खिलाफ मौत की सजा को कैद में बदला। पीएम मोदी व भारतीय एजेंसियों की अथक कोशिशों के बाद अमीर ने खुद इसमें दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी थी। जब इनकी मौत की सजा को कैद में तब्दील की गई थी तो कमांडर पूर्णेंदु तिवारी को 25 साल, सेलर रागेश को तीन साल, चार आधिकारियों को 15 साल और दो को 10 साल कतर की जेल में बिताने थे। देश लौटने का सुकून और कैद से आजाद होनी की खुशी चेहरे पर लिए पूर्व नौसैनिकों ने कहा, मोदी के बिना घर वापस मुमकिन नहीं थी। आठ में से स्वदेश लौटे सात नौसैनिकों ने इसके लिए पीएम मोदी का आभार जताया। वहीं अपनों की वापसी पर खुशी से उनके परिवारों के आंसू छलक आए। परिवारों ने मोदी को ढेरों शुभकामनाएं व आशीष दिए। देश की धरती पर उतरने के बाद एक पूर्व नौसैनिक ने कहा, आज हमारे घर लौटने का पूरा श्रेय पीएम को जाता है। उनके निजी तौर पर हस्तक्षेप से ही यह मुमकिन हुआ। हमें आजादी दिलाने के लिए उच्चतम स्तर पर हस्तक्षेप किया गया इसके लिए आभार। एक अन्य पूर्व नौसैनिक ने कहा, मैं मोदी के साथ ही कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी का भी शुक्रिया करते हैं।
पूर्व नौसैनिक कमांडर (रिटायर्ड) पूर्णेंदु तिवारी की बहन डॉ. मीतू भार्गव ने भाई की रिहाई के लिए मोदी सरकार को धन्यवाद कहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके भाई जल्द भारत लौटेंगे। डॉ. मीतू भार्गव ने कहा, इस तनावपूर्ण समय में हमने धैर्य बनाए रखा। अगर भाई भी आज देश लौट आते तो ज्यादा खुशी होती। उम्मीद है कि वह जल्द ही वापस आएंगे। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इससे किसी भी कीमत पर अपने नागरिकों की रक्षा करने की मोदी सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर होती है। उन्होंने कहा कि इन पूर्व नौसैनिकों को कुछ झूठे आरोपों में हिरासत में लिया गया था। उनकी वापसी एक बेहद खुशी का क्षण है। इसने सरकार के प्रति भरोसे को और मजबूत किया है।

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