विश्व स्तरीय ब्रानवाल्ड हार्ट इन्स्टीटड्ढूट की सुविधा अब मेडिसिटी में
रुद्रपुर। अन्तराष्ट्रीय “दय रोग संस्थान ब्रानवाल्ड हास्पिटल ग्रुप ने रूद्रपुर स्थित मेडीसिटी हास्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में मेडीसिटी ब्रानवाल्ड हार्ट इन्स्टीटड्ढूट (एमबीएचआई) की स्थापना की है। इसके चेयरमैन जर्मनी के प्रसिद्ध “दय रोग विशेषज्ञ डा-नरेन्द्र यादव एवं मैनेजिंग डायरेक्टर अमेरिका के प्रसिद्ध “दय रोग विशेषज्ञ डा-अदीब अहमद हैं जिन्होंने आज मेडीसिटी हास्पिटल में आयोजित प्रेस वार्ता में ये जानकारी दी। पिछले सप्ताह नई दिल्ली में इस संबंध में ब्रानवाल्ड हास्पिटल ग्रुप और मेडीसिटी हास्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के बीच में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गये। डा-यादव ने बताया कि रूद्रपुर स्थित मेडीसिटी ब्रानवाल्ड हार्ट इन्स्टीटड्ढूट अन्तराष्ट्रीय मानकों के अनुसार दिल के मरीजों का इलाज करेगा। “दय रोग की सारी टेक्नोलोजी एवं प्रोसिजर्स से लैस संस्थान की टीम 24 घंटे रूद्रपुर में “दय रोगों के मरीजों के लिए काम करेगी। डा-यादव ने बताया कि “दय रोग के इलाज की अनावश्यक कीमत और मैलप्रेक्टिस एक मुख्य कारण है जिसकी वजह से रूद्रपुर और इसके आसपास के इलाकघें के ”दय रोगियों को अक्सर मुरादाबाद या दिल्ली जाने की असुविधा का सामना करना पड़ता है। इसे ध्यान में रऽते हुए संस्थान ने एक पारदर्शी एवं लोकहित सिस्टम की स्थापना की हैं जहाँ पर मरीजों की एन्जियोप्लास्टी एवं बाईपास सर्जरी मात्र 85,000 की कीमत पर उपलब्ध होंगें। संस्थान में सभी इलाज ब्रानवाल्ड हास्पिटल ग्रुप एवं अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के ही अनुसार सही कीमत पर उपलब्ध होंगे। मेडीसिटी हास्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डा-दीपक छाबड़ा ने बताया कि संस्थान का एक मात्र उद्देश्य “दय रोग का सही इलाज ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाना है और मेडीसिटी ब्रानवाल्ड हार्ट इन्स्टीटड्ढूट (एमबी एचआई) इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कघ्दम है। इस संस्थान के माध्यम से अन्तराष्ट्रीय स्तर के “दय रोग इलाज की सुविधा न केवल रूद्रपुर बल्कि आसपास के इलाकों के मरीजों के लिए वरदान साबित होगी। प्रसिद्ध कार्डियक सर्जन डा-राजू व्यास ने बताया कि शीघ्र ही संस्थान में रूद्रपुर में पहली बार अन्तराष्ट्रीय स्तर की बाईपास सर्जरी,वाल्व रिप्लेसमेंट जैसी विशिष्ट सर्जरी सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएगी। संस्थान के वीपी अश्विनी कुमार ने बताया कि एन्जियोप्लास्टी/ सर्जरी के उपरान्त हर मरीज का एक वर्ष तक घर पर ही मुफ्रत फॉलोअप किया जाएगा। संस्थान के आईटी हेड सीके शर्मा ने डिजिटल कार्ड,ऐप एवं फाइनेंशियल पारदर्शिता के बारे में जानकारी दी। क्वालिटी कोन्ट्रोल हेड बिदिशा बसु ने बताया कि ट्रेनिंग और स्किल डेवेलोपमेंट पर ऽास ध्यान दिया जाएगा। पत्रकार वार्ता में चेयरमैन रोहताश बत्र, डा0 दीपक छाबड़ा भी मौजूद थे।