जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा: उपद्रवियों ने पहले से रची थी दंगे की साजिश : आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है
होई कोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में जगह-जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई
हल्द्वानी(उद संवाददाता)। जिलाधिकारी वंदना सिंह का कहना है कि उपद्रवियों ने हमले की साजिश पहले से रची थी। दंगे को पूरी प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया। पत्रकार वार्ता में डीएम वंदना सिंह ने कहा कि होई कोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में जगह-जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई। सभी को नोटिस और सुनवाई के अवसर दिए गए, कुछ ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कुछ को समय दिया गया, जबकि कुछ को समय नहीं दिया गया। जहां समय नहीं दिया गया वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की ओर से अभियान चलाया गया। यह कोई पृथक गतिविधि नहीं थी और किसी विशेष परिसंपत्ति को टारगेट करके की गई गतिविधि नहीं थी। डीएम वंदना सिंह ने कहा कार्रवाई के दौरान पुलिस बल ने किसी को उकसाया नहीं और न हीं किसी को नुकसान पहुंचाया। लेकिन भीड़ ने सुनियोजित होकर टीम पर हमला कर दिया। डीएम ने बताया कि हमने डिमोलिशन अभियान जारी रखने का फैसला किया, क्योंकि परिसंपत्तियों पर कोई रोक नहीं थी, किसी व्यक्ति का अधिकार नहीं था। विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की कानूनी प्रक्रिया चल रही है और इसलिए यहां भी ऐसा किया गया। हमारी टीमें और संसाधन मूव हुई और किसी को उकसाया या नुकसान नहीं पहुंचाया गया, जिससे जनसंपत्ति की हानि हमारी टीमों के माध्यम से हो। अभियान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ था पूरी प्रक्रिया ठीक से होने के बाद आधे घंटे के भीतर एक बड़ी भीड़ ने नगर निगम टीम पर पहला हमला किया। उन्होंने कहा ये योजना पहले से बनाई गई थी कि जिस दिन डिमोलिशन अभियान चलाया जाएगा उस दिन बलों पर हमला किया जाएगा। हमने पत्थरों वाली पहली भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया और दूसरी भीड़ जो आई उसके पास पेट्रोल से भरे बोतल थे उसमें उन्होंने आग लाग के फेंकी। तब तक हमारी टीम ने कोई बल प्रयोग नहीं किया था। उन्होंने कहा कि भीड़ ने थाने को घेर लिया और थाने के अंदर मौजूद लोगों को बाहर नहीं आने दिया गया। उन पर पहले पथराव किया गया और फिर पेट्रोल बम से हमला किया गया। थाने के बाहर वाहनों में आग लगा दी गई और धुएं के कारण दम घुटने लगा। पुलिस कर्मियों को थाने में जिंदा जलाने की कोशिश की गयी। पुलिस थाने की सुरक्षा के लिए ही आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। लेकिन भीड़ फिर भी नहीं मानी। कई सरकारी वाहनों पर आगजनी की गयी। डीएम ने कहा कि 30 जनवरी तक दंगाइयों के छतों पर एक भी पत्थर नहीं था। ये पत्थर पेट्रोल बम आदि बाद में जमा किये गये थे। डीएम ने हिसा में अब तक 2 लोगों की गोली लगने से मौत की पुष्टि की। सााि ही उन्होंने कहा कि अब तक 4 दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया है, दंगाईयों का चिन्हीकरण किया जा रहा है। वहीं एसएसपी ने बताया कि उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी। आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जायेगा।