उत्तराखंड में वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम के लिए विस्तृत एडवाइजरी जारी
प्रमुख वन संरक्षक अनूप मालिक ने सभी डीएफओ को दिये सख्त निर्देश
देहरादून(उद संवाददाता)। उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे गुलदार के हमलों के मामलों को देखते हुए वन महकमा भी अलर्ट है। मंगलवार को प्रमुख वन संरक्षक अनूप मालिक ने सभी डीएफओ को बैठक ली। इस दौरान उन्होंने मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए नई रणनीति बनाने के निर्देश दिए। साथ ही सभी डीएफओ को हिदायत भी दी कि सभी जल्द से जल्द इस पर काम करें। बता दें कि बीस दिन में देहरादून में गुलदार के हमले की दो घटनाएं होने के बाद पुलिस और वन विभाग भी चौकन्ना है। राजपुर और रायुपर थाना की पुलिस अलग-अलग पेट्रोलिंग वाहनों से लाउडस्पीकर से लोगों को अलर्ट कर रही है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में लोगों को वन्यजीव के हमले से बचाने के निर्देश दिए थे। जिस पर कार्रवाई करते हुए शासन ने मानव वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम के लिए आज विस्तृत एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी के अनुसार लोग वन्यजीव बाहुल्य क्षेत्रों में अकेले जाने से बचें। यथासंभव समूह में जाएं तथा ऐसे क्षेत्रों में सूर्यास्त से सूर्याेदय के बीच अत्यन्त आवश्यक होने पर ही प्रवेश करें तथा इस अवधि में अत्यन्त सावधानी बरतें। बच्चों को समूह में स्कूल भेजें। वन क्षेत्रों से गुजरते समय अपने साथ मजबूत छड़ी आदि साथ में रखें। वन्यजीव से सामना होने पर सुरक्षित दूरी बनाएं रखें। अति उत्साह में किसी वन्यप्राणी के पास जाने एवं सेल्फी/फोटो आदि लेनें से बचें। वन्यजीव के बच्चे / शावक साथ हो तो ऐसे में विशेष सावधानी बरतें। बरसात व कोहरे के समय गौशाला, शौचालय एवं घरों के आस-पास की झाड़ियों की नियमित सफाई करें एवं प्रकाश की उचित व्यवस्था करें। उप सचिव वन द्वारा महानिदेशक सूचना को संबोधित पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि घर के आस-पास के कचरे के निस्तारण की उचित व्यवस्था किए जाएं।