कुमांऊ में भी हड़ताल का व्यापक असर: देहरादून/रूद्रपुर/हल्द्वानी/नानकमत्ता/ लोहाघाट में दूसरे दिन भी थमे रहे वाहनों के पहिए

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देहरादून/रूद्रपुर/हल्द्वानी/नानकमत्ता/ लोहाघाट (उद संवाददाता) केंद्र सरकार की ओर से हिट एंड रन को लेकर बनाए जा रहे नए कानून के विरोध में वाहन चालक दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। जिसके चलते यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। गढ़वाल विक्रम टेंपो वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से सर्वसम्मति से दो और तीन जनवरी को ऑटो और विक्रम संचालित न करने का फैसला लिया गया। सोमवार को ऑटो और विक्रम चालकों ने वाहनों का संचालन खुद नहीं किया और दूसरों को भी नहीं करने दिया। हालत यह रही कि ई-रिक्शा और ऑटो चालकों की हड़ताल के चलते वर्ष के पहले और दूसरे दिन लोगों को भारी परेशानी हुई। हर तरफ सिर पर सामान लादे लोग पैदल आवागमन करते दिखे। इक्का-दुक्का चालकों ने वाहन चलाने की कोशिश की तो उन्हें यूनियन के अन्य चालकों ने रोक दिया। पूरे दिन सड़क पर अफरा तफरी का का माहौल रहा। विरोध प्रदर्शन के दौरान वाहन चालकों ने कानून को वापस लेने की मांग की। वाहन चालकों का कहना था कि सरकार ने 10 साल की सजा और पांच लाख रुपये का जुर्माने का प्रावधान वापस नहीं लिया तो मजबूरन आंदोलन तेज किया जायेगा। गढ़वाल के साथ ही कुमांऊ में भी हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। दूसरे दिन भी लोगों को भारी फजीहत उठानी पड़ी। हल्द्वानी से रूद्रपुर जाने आने जाने वाले कामकाजी लोगों को वाहनों के लिए सड़क पर घंटों इंतजार करना पड़ा। इस बीच वाहन चालकों ने नारेबाजी करते हुए केंद्र के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। कहा कि ट्रक चालक दस हजार रुपये की नौकरी करते हैं। उन्हें 10 वर्ष की सजा होगी और पांच लाख रुपये जुर्माना देना होगा तो वह गाड़ियों को चलाने से बेहतर दिहाड़ी मजदूरी कर लेंगे।
नानकमत्ता- केंद्र सरकार के नये कानून के विरोध में प्राइवेट बस और ट्रक चालकों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। टैंपू चालकों न हड़ताल का समर्थन करते हुए अपने वाहन खड़े कर दिए। जिससे यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। नगर के मुख्य चौराहे पर कडाके की ठंड में छोटे छोटे बच्चों के साथ यात्री सवारी का इंतजार करते दिखाई दे रहे हैं। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से लड़खड़ा गई है। आवागमन में लोगों को भारी परेशानी हो रही है लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। लोगों को पैदल जाना पड़ रहा है। वाहन चालकों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा हिंट एंड रन कानून के तहत 10 साल की सजा एवं 7 लाख का जुर्माना का प्रावधान किया गया है। इस तरह कोई चालक वाहन नहीं चला सकता है। क्योंकि कोई हादसा होने पर चालक मौके पर रुकता है तो लोग उसे पीट कर मार सकते हैं। कृषि उत्पादन मंडी समिति में ट्रक चालकों ने ट्रक खड़े कर नए सड़क कानून के विरोध किया। वाहन चालकों ने केंद्र सरकार से नए कानून को वापस लेने की मांग की है।
लोहाघाट- केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए हिट एंड रन कानून के विरोध में मंगलवार को लोहाघाट डीपो के रोडवेज चालकों के साथ साथ लोहाघाट के सभी टैक्सी चालकों ने रोडवेज मउचसवलममे यूनियन अध्यक्ष जगदीश जोशी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया तथा काले कानून को वापस लेने की मांग करते हुए रोडवेज बसों व टैक्सियों का संचालन ठप कर दिया जिस कारण लोहाघाट व चंपावत से बाहर जाने वाले यात्री परेशान रहे तथा वापस अपने घरों को लौटे वाहन चालको की हड़ताल के कारण मंगलबार को एक भी रोडवेज बस व टैक्सी का संचालन नहीं हो पाया वही रोडवेज एम्पलाइज यूनियन अध्यक्ष जगदीश जोशी व वाहन चालकों ने कहा केंद्र सरकार मनमानी मे उतर आई है जो इस प्रकार के काले कानून बना कर वाहन चालको का उत्पीड़न कर रही है वाहन चालकों ने कहा जब तक केंद्र सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेगी वाहनों का संचालन ठप रहेगा वही टैक्सी चालकों के द्वारा पूरी तरह टैक्सियों का संचालन बंद किया गया तथा बाहर से आने वाली टैक्सीयो को रोककर वापस भेजा गया इस दौरान यात्रियो की टैक्सी चालकों से झड़प भी हुई टैक्सी चालकों ने कहा केंद्र सरकार के इस तुगलकी फरमान को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कोई भी वाहन चालक जानबूझकर दुर्घटना नहीं करता है उनका भी परिवार है। अगर दुर्घटना हो जाती है तो चालक को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ता है नहीं तो जनता चालक को जान से मार डालती है। सभी वाहन चालकों ने एक शुर में कहा केंद्र सरकार की तानाशाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।वहीं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस तैनात रही।

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