लोगों में भय का माहौल,मूल निवास प्रमाण पत्र पर स्थिति स्पष्ट करे सरकारः बेहड़
रूद्रपुर (उद संवाददाता)। भू कानून और मूल निवास प्रमाण पत्र को लेकर आज राज्य के लोगों में जो भय तथा परेशानी का माहौल बना हुआ है। सरकार को इस पर अपनी मंशा स्पष्ट करनी चाहिए। यहां अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते किच्छा के विधायक तिलक राज बेहड़ ने कहा कि भू कानून और स्थाई निवास प्रमाण पत्र को लेकर पूर्व में वर्ष 2000, 2001 व 2013 में शासनादेश जारी हो चुके हैं। जार्ज फर्नांडीज कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि 15 वर्ष से राज्य में रहने वाले परिवारो को स्थाई निवासी माना जाये। राज्य गठन से पूर्व निवासी लोगों को जाति प्रमाण पत्र भी दिये जा रहे हैं। इसमें किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सरकार द्वारा इस सन्दर्भ में जो कार्रवाई की जा रही है उससे सरकार की मंशा में सन्देह जाहिर हो रहा है। श्री बेहड़ ने कहा कि मूल निवास प्रमाण पत्र को लेकर जो भ्रम की स्थिति पैदा हुई है सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह नेता प्रतिपक्ष से भी आग्रह करते है कि वह सभी विधायको ं से इस मामले में राय अवश्य लें। ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार से मतभेद पैदा न हों। उन्होंने कहा कि राज्य गठन में सभी लोगों का योगदान रहा है विशेषकर महिलाओं का बलिदान अविस्मरणीय है। वहीं अनेक आन्दोलनकारियों ने अपनी कुर्बानियां भी दीं। तब यह सोचा था कि अलग राज्य का गठन होने से यहां का विकास तेजी से होगा। उन्होंने कहा कि भू कानून व निवास प्रमाण पत्र को लेकर आवाज उठाना चाहिए। लेकिन साथ ही साथ भ्रष्टाचारी लोगों, खनन माफियाओं, निजीकरण की आड़ में राज्य के लोगों का अहित करने वालों, अवैध कालोनाईजरों तथा सरकारी संसाधनों का लाभ लेकर करोड़ों की सम्पत्ति एकत्रित करने वाले लोगों के विरूद्ध भी आवाज उठानी होगी। श्री बेहड़ ने कहा कि बाजपुर के बीस गांव के लोगों द्वारा मालिकाना हक को लेकर आन्दोलन किया जा रहा है उनका आवाज सरकार के कानों तक नहीं पहुंच रही है। आज सिर्फ वोट की ही राजनीति की जा रही है। राज्य का भविष्य क्या होगा यही तो समय आने पर ही पता चलेगा। उन्होंने कहा कि भू कानून और निवास प्रमाण पत्र को लेकर जो लोग आन्दोलन कर रहे हैं उन्हें यह स्पष्ट करना होगा कि वह संविधान में क्या संशोधन चाहते हैं? वर्तमान के वातावरण से राज्य को नुकसान ही होगा। सरकार लोगों की भावनाओं से खेलना अब बंद करे।