‘भेरू का तमाशा’ मेले में उमड़े ग्रामीण
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर ने किया वनाधिकार आंदोलन से जुड़ने का आह्वान
उत्तरकाशी। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय जी दूरस्त ठाण्डी गांव(कमद) गाजणा पट्टी,में भेरू का तमाशा मेले में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। इस अवसर पर मले में पहुंचे हजारों ग्रामीणों को भेरू का तमाशा (भेड़ पालन) पौराणिक मेला है जिसमें हमारे पूर्वज जंगलों में रहकर अपने जानवरों का भरण पोषण करते थे एवं वनवासी भेड़पालक रुपशुचारक के रूप में देवता की स्तुति करते थे। यह मेला हर तीसरे साल आयोजित किया जाता है।श्री किशोर ने मेले में उपस्थित जनसैलाब को संबोधित करते हुए कहा हमारे पूर्वज वनों पर हर प्रकार से निर्भर थे जिसमें हमें और हमारे पशुओं को चारा, लकड़ी, औषधि, भवन सामग्री आदि निशुल्क रूप से प्राप्त हो जाती थी लेकिन आज ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल उत्तराखंड से गये पानी को फ्री में बांट रहे हैं और उत्तराखंड में हमें पानी का बिल देना पड़ रहा है। हम सबको खड़ा होना होगा और अपने हक हकूकों के लिये आवाज बुलंद करनी ही होगी। श्री उपाध्याय ने मेले में उपस्थित सभी श्रदालुओं को वनाधिकार आंदोलन के बारे में विस्तार से बताया एवं इससे होने वाले फायदों से अवगत कराया तथा इस आंदोलन से जुड़ने का आह्वान किया। जिसमें मेला समिति एवं सभी लोगों ने इसका हाथ उठाकर समर्थन किया। इस ऐतिहासिक मेले में गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप भट्ट, महामंत्री दिनेश व्यास, रतन सिंह विष्ट, गिरवीर परमार, सूर्यप्रकाश रतूड़ी, सुमित नौटियाल, राय सिंह, जयप्रकाश, कपिल जोशी, महेश पैन्यूली, किशन भंडारी, भारत राणा, नवीन तिवारी, गंगा भट्ट, बुद्धि सिंह,चतर सिंह, मुकेश लखेड़ा आदि लोग उपस्थित रहे।