किच्छा चीनी मिल के पेराई सत्र शुरू नहीं होने पर भड़के किसान
किच्छा(उद संवाददाता)। चीनी मिल का पेराई सत्र प्रारंभ करने की मांग को लेकर क्षेत्र के किसानों ने किच्छा चीनी मिल के प्रशासनिक भवन के सम्मुख धरना दिया तथा मिल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आरोप लगाया कि चीनी मिल प्रशासन की लापरवाही के कारण बीस हजार करोड रुपए की गेहूं बुवाई का काम नहीं कर पाए हैं ।किसानों ने आरोप लगाया कि चीनी मिल का पेराई सत्र प्रबंधन की लेट लतीफी के कारण शुरू नहीं हो पाया है। किसानों का कहना था कि चीनी मिल अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के भीतर ही चालू कर दी जानी चाहिए थी किंतु मिल प्रबंधन तंत्र की लापरवाही के कारण दो महीना विलंब हो चुका है। किसान अपने को ठगा सा महसूस कर रहा है। उसकी गन्ने की अंतिम कटाई वाले खेतों में गेहूं की बुवाई भी लेट हो गई है जिस वजह से किसानों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र की एकमात्र चीनी मिल का पेराई सत्र अभी तक प्रारंभ नहीं हुआ है जिस वजह से किसने की गन्ने की फसल खेतों में खड़ी हुई है जबकि पेराई सत्र का आधा समय समाप्त होने के कगार पर है।किसान नेता संजीव सिंह ने कहा कि चीनी मिल प्रबंधन तंत्र उन्हें विगत कई महीनो से गुमराह किए हुए है। मिल के पेराई सत्र का विलंब होना मिल प्रबंधन तंत्र की अदूरदर्शिता का परिणाम है। किसानों ने चेतावनी दी है की मिल सुचारू रूप से नहीं चली तो प्रबंधन तंत्र के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। उधर मिलकर अधिशासी निदेशक त्रिलोक से मार्ताेलिया का कहना है कि लिक के बायलर की एक दीवार का मरम्मत का कार्य चल रहा था तथा और निकासी के पाइपों की डक्टिंग का काम भी चल रहा था जिस वजह से चीनी मिल के पेराई सत्र का प्रारंभ कुछ विलंब से हुआ है। उन्होंने कहा कि आगामी 6 दिसंबर को चीनी मिल का पेराई सत्र प्रारंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में मिलकर बॉयलर को चालू कर मिल के सभी प्रक्रियाओं को जांच पर रख लिया है तथा 6 दिसंबर के मिल का प्राइस सत्र प्रारंभ होते ही किसानों का संपूर्ण गन्ना मिल में आना शुरू हो जाएगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से किसान बलविंदर सिंह, जसवंत सिंह, दिलीप सिंह बिष्ट, ताहिर मलिक, सुरेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, संजीव कुमार सिंह, के साथ अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मार्ताेलिया मौजूद थे।