सेवानिवृत हुए डीजीपी अशोक कुमार : विदायी समारोह में बोले मैंने हमेशा पुलिस और जनता के बीच कम की दूरी
देहरादून में आयोजित विदाई समारोह में भावुक हुए डीजीपी अशोक कुमार
देहरादून(उद संवाददाता)। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार का तीन साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। बृहस्पतिवार को देहरादून पुलिस लाइन में उनके लिए भव्य विदाई समारोह आयोजित किया गया। यहां अपने भाषण के दौरान अनुभव साझा करते वक्त वह भावुक हो गए। 30 नवंबर 2020 में डीजीपी बनने के दौरान ही उनके सामने अपार चुनौतियां थीं। उस वक्त कोविड काल चल रहा था। उन्होंने बताया कि इसके बाद तमाम आपदाएं आईं। पुलिस जनता के लिए बनी है। मैंने हमेशा पुलिस और जनता के बीच की दूरी कम की है। डीजीपी अशोक कुमार अपने तीन साल के कार्यकाल में पुलिस के लिए कई तरह के काम कर गए हैं। वहीं नए डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि अशोक कुमार पुलिस फोर्स के लिए विश्वकर्मा रहे हैं। उन्होंने आधारभूत ढांचे को मजबूत किया है। वहीं सेवानिवृत्त पर सीआरपीएफ उत्तराखंड सेक्टर की ओर से डीजीपी अशोक कुमार का सम्मान किया। इस दौरान डीजीपी ने सीआरपीएफ में रहने के दौरान के अपने अनुभवों को जवानों के साथ साझा किया। पुलिस लाइन्स देहरादून में भव्य रैतिक परेड का नेतृत्व श्री सर्वेश पंवार, पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून ने द्वितीय कमाण्ड श्री आशीष भारद्वाज, पुलिस उपाधीक्षक, प्रेमनगर व परेड एडज्यूटेन्ट सुश्री निहारिका सेमवाल, पुलिस उपाधीक्षक, हरिद्वार के साथ किया। परेड में उत्तराखण्ड पुलिस की विभिन्न शाखाओं, ट्रेफिक पुलिस, नागरिक पुलिस, पी0ए0सी0, महिला पी0ए0सी0, कमाण्डो दस्ता, तथा ए0टी0एस0 आदि सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन फायरमैन मनीष पंत द्वारा किया गया। रैतिक परेड का पुलिस महानिदेशक द्वारा मानप्रणाम ग्रहण करने के उपरांत परेड का निरीक्षण किया गया। पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा उत्कृष्ट कार्यो के लिए मुख्य आरक्षी 44 ना0पु0 मनोज कुमार और महिला कान्स0 378 ना0पु0 विद्या मेहता को ’सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह’ प्रदान किया गया। मुख्य आरक्षी 44 ना0पु0 मनोज कुमार द्वारा वर्ष 2021 तथा वर्ष 2023 में ऑपरेशन स्माईल अभियान के अन्तर्गत जनपद टिहरी गढ़वाल में बड़ी लगन व मेहनत से कार्य किया गया है जिसमें वर्ष 2021 में कुल 58 गुमशुदाओं तथा वर्ष 2023 में कुल 88 गुमशुदाओं इस प्रकार कुल 146 गुमशुदाओं को तलाश कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया है। महिला कान्स0 378 ना0पु0 विद्या मेहता, जनपद पौड़ी गढ़वाल द्वारा ऑपरेशन स्माईल/ऑपरेशन मुक्ति के अन्तर्गत वर्ष 2021 से 2023 तक कुल 74 गुमशुदाओं को तलाश कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया हैं व विभिन्न शिक्षण संस्थाओं/गोष्ठीयों/रेलियों/ नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से उत्तराखण्ड पुलिस ऐप/ गौरा शक्ति ऐप / महिला सुरक्षाओं के सम्बन्ध में समय-समय पर जनता को जागरूक करते हुये ऑपरेशन स्माईल/ऑपरेशन मुक्ति में विशेष सहयोग किया गया है।
साढे 34 साल की चुनौतीपूर्ण पुलिस सेवा कर डीजीपी अशोक कुमार हुए सेवानिवृत
देहरादून। 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक कुमार उत्तराखंड डीजीपी के पद से सेवानिवृत हो रहे हैं। जिस वक्त सम्पूर्ण देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था उस वक्त 2020 में आईपीएस अशोक कुमार ने बतौर उत्तराखंड डीजीपी की कमान संभाली थी। डीजीपी की कमान संभालने के बाद अशोक कुमार ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई बेहतरीन प्रयास किए। इसके साथ ही कोरोना काल में विकट परिस्थितियों जूझते हुए बेहतरीन पुलिसिंग की, हरिद्वार में महाकुंभ को सकुशलता से निपटना और करोड़ों की तादाद में कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न करवाने सहित चार धाम यात्रा में भी बेहतरीन कार्य करना अशोक कुमार के बतौर डीजीपी कार्यकाल में शुमार है। इसके साथ ही ऑपरेशन स्माइल, ऑपरेशन प्रहार, ऑपरेशन मर्यादा ड्रग्स मुक्त देवभूमि सहित कई अभियानों यहां विभिन्न सामाजिक संगठनों ने डीजीपी को 34 साल में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया। उन्होंने जनता से संवाद भी किया। गंगा आरती में शामिल होने के बाद सीसीआर में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें सम्मानित करते हुए बधाई दी।