सुरंग का जायजा लेने सिलक्यारा पहुंचे केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राज मार्ग मंत्री गडकरी
बचाव और राहत कार्यों का लिया जायजा, पांच विकल्पों पर शुरू हुआ काम
उत्तरकाशी (उद संवाददाता)। निर्माणाधीन सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने में आठ दिन बाद भी कामयाबी नहीं मिल पायी है। अब सुरंग में फंसे श्रमिकों का धैर्य भी जवाब देने लगा है। 41 मजदूरों को बचाने की जद्दोजहद के बीच रविवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राज मार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सिलक्यारा पहुंचकर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया और अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को सिलक्यारा पहुंचे। केन्द्रीय मंत्री गडकरी जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ हेलिकॉप्टर से उत्तरकाशी पहुंचे। यहां उन्होंने रेस्क्यू अभियान में जुटे अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने सुरंग में हुए भूस्खलन व सुरंग के ऊपर ड्रिलिंग के लिए की जा रही कार्य वाही का का जायजा लिया। केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। अधिकारियों ने बताया कि सिलक्यारा सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग के लिए अस्थायी मार्ग तैयार कर लिया गया है। जिसके बाद ऊपर एक पोकलैंड मशीन पहुंच गयी है। वहीं रेस्क्यू अभियान में लगातार हो रही देरी से अब मजदूरों का धैर्य जवाब देने लगा है। बताया जा रहा है कि सुरंग में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू में अभी चार से पांच दिन और लग सकते हैं। सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग के साथ साइड से भी ड्रिलिंग की योजना बनायी है। इसमें ऊपर 103 मीटर की चौड़ाई और साइड से ड्रिलिंग के लिए 177 मीटर की दूरी मिली है। ऊपर से ड्रिल कर मजदूरों तक खाना व पानी पहुंचाया जाएगा। जबकि साइड से उन्हें बाहर निकाला जाएगा। बताया गया है कि वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए चार स्थानों की पहचान की गई है, वहां तक पहुंचने के लिए ट्रैक बनाने का काम सीमा सड़क संगठन ने पूरा कर लिया है। विदेशी विशेषज्ञों की मदद से पांच विकल्पों पर केंद्र और राज्य की छह काम कर रही है।