कांग्रेस नेता एवं राज्य आंदोलनकारी पनेरू को जान का खतरा.सुरक्षा की लगायी गुहार
रूद्रपुर। पूर्व दर्जा मंत्री एवं राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू ने खुद को जान माल का खतरा बताते हुए प्रशासन से अपनी और परिवार की सुरक्षा की गुहार लगायी है। सिटी क्लब में पत्रकारों से मुखातिब हुए कांग्रेस नेता हरीश पनेरू ने कहा कि वह प्रमुख राज्य आंदोलनकारी होने के साथ साथ छात्र नेता भी रहे हैं और पिछले 15 वर्षां से सिडकुल पंतनगर एवं नैनीताल संसदीय क्षेत्र में जनसरोकारों के मुद्दों को उठा रहे हैं। पिछले वधिानसभा चुनाव से कुछ राज्य विरोधी ताकतें उनकी हत्या करवाने की साजिश रच रही हैं क्यों कि वह किच्छा विधानसभा से चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट के प्रबल दावेदार थे। 2022 में चुनाव से पहले किच्छा के अग्रसेन धर्मशाला में उनकी हत्या का प्रयास किया गया था लेकिन कुछ लोगों के बीच बचाव के कारण उनकी जान बच पायी थी। पनेरू ने बताया कि पिछले दिनों बंडिया में अतिक्रमण विरोधी अभियान में गरीबों को उजाड़े जाने के बाद पुनर्वास की ामंग को लेकर किच्छा में एसडी एम कार्यालय में प्रदर्शन किया गया था जिसमें जनता द्वारा न्याय नहीं मिलने पर जनप्रतिनिधियों का मुंह काला करने की बात कही गयी थी जिसका उन्होंने खुद भी समर्थन किया था। जिसके बाद कुछ जनप्रतिनिधि उनकी जान के पीछे पड़ गये है और उन्होंने न सिर्फ खानदान को ललकारा बल्कि पहाड़ियों को भी देख लेने की धमकी दी जा रही है। पनेरू ने आरोप लगाया कि 7 जून को भी कुछ लोगों ने उन पर हमला कराने के लिए उत्तर प्रदेश से लोग बुलाये थे। पनेरू ने कहा कि उक्त लोगों से उन्हें अपनी और अपने परिवार की जान का खतरा है। उन्होंने जान माल और परिवार की सुरक्षा की गुहार लगायी है। इस सम्बंध में पनेरू ने मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है।