इंटरार्क श्रमिकों के समर्थन में महिलाओं ने किया प्रदर्शन
समझौता लागू नहीं होने पर सात मई को जिलाधिकारी आवास तक विशाल पदयात्रा निकालने का ऐलान
रूद्रपुर ।जिला प्रशासन की मध्यस्थता में इंटरार्क कंपनी प्रबंधन व यूनियन प्रतिनिधियों के मध्य हुए समझौते के उल्लंघन के खिलाफ श्रमिकों के परिवार की महिलाओं ने मई दिवस पर कलेक्टेªट में प्रदर्शन किया समझौता लागू करने की मांग को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा। श्रमिकों ने मांगें पूर्ण नहीं होने पर 7 मई को जिलाधिकारी आवास तक विशाल पद यात्रा निकालने का भी ऐलान किया है। सोमवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने कलेक्टेªट पहुंचकर जिलाधिकारी से मुलाकात की और करीब 700 महिलाओं के हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन प्रेषित कर जिला प्रशासन की मध्यस्थता में हुए समझौते को लागू कराकर सभी 28 मजदूरों की सवैतनिक कार्यबहाली कराने और वेतन वृद्धि करने की मांग की ।महिलाओं ने आरोप लगाया कि एडीएम एसपी और एएलसी जैसे जिला स्तर के बड़े बड़े अधिकारियों की मध्यस्थता हुवे उक्त समझौते पर इंटरार्क कंपनी प्रबंधन सरेआम कालिख पोत रहा है ।फिर भी जिला प्रशासन मौन है। इंटरार्क यूनियन की याचिका पर उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा जुलाई 2020 में दिए आदेश में मजदूरों का उत्तराखंड राज्य से बाहर ट्रांसफर करने पर रोक लगाई हुई है ।उत्तराखंड राज्य के मॉडल स्टैंडिंग ऑर्डर और इंटरार्क कंपनी के प्रमाणित स्थायी आदेश में भी मजदूरों के उत्तराखंड राज्य से बाहर ट्रांसफर करना प्रतिबंधित है ।इसके पश्चात भी कंपनी प्रबंधन द्वारा उत्तराखंड उच्च न्यायालय के जुलाई 2020 को दिए उक्त आदेशों को ताक पर रखकर और भारत के कानूनों का उल्लंघन कर मजदूरों का उत्तराखंड राज्य से बाहर ट्रांसफर कर मनमानी की जा रही है। जिला प्रशासन मूकदर्शक बन पीड़ित मजदूरों को ही शांति बनाए रखने की नसीहत दे रहा है । महिलाओं ने सवाल उठाया कि जिला प्रशासन उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश और भारत के उक्त कानूनों को लागू करा मजदूरों के ट्रांसफर पर आखिर रोक क्यों नहीं लगा रहा है ?क्या उत्तराखंड राज्य के उच्च न्यायालय के आदेश को लागू कराना एवं जिला प्रशासन की मध्यस्थता में हुवे उक्त समझौते को लागू कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है तो किसकी है ?महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि उत्तराखंड हाईकोर्ट के उक्त आदेश को और भारत देश के उक्त कानून को एवं जिला प्रशासन की मध्यस्थता में हुवे उक्त समझौते को लागू कराकर सभी 28 मजदूरों की सवैतनिक कार्यबहाली न की गई और वेतन वृद्धि न की गई तो 7 मई को महिलाओं द्वारा मजदूरों व क्षेत्र की जनता के साथ में अम्बेडकर पार्क रुद्रपुर से जिलाधिकारी आवास तक विशाल पदयात्रा निकाली जाएगी और निर्णायक संघर्ष की ओर आगे बढ़ा जायेगा ।इस दौरान सुब्रत विश्वास,जोशना साहु,शोभा देवी,प्रतीमा देवी, नमिता देवी, राजकुमारी, कांति,मेघा शर्मा, नीलम वर्मा, रविन्द्र कौर प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र, संगीता देवी, नीलम, विमला देवी, गीता देवी, शीतल, पुष्पा, उमा देवी सहित दर्जनों महिलाएं शामिल थीं ।