सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिये रेलवे विभाग ने मांगा वक्त,दो मई को होगी सुनावाई
हल्द्वानी । बहुचर्चित बनभूलपुरा रेलवे भूमि प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट में आज हुई सुनवाई के दौरान रेलवे विभाग द्वारा अपना पक्ष रखने के लिए कुछ समय मांगने पर न्यायालय द्वारा आगामी 2 मई को सुनवाई की तिथि निर्धारित की गई। सुनवाई के समय सलमान खुर्शीद, प्रशांत भूषण, काॅलिन गोंजाल्वेज जैसे दिग्गज वकील बनभूलपुरा की जनता की ओर से पैरवी कर रहे थे। बनभूलपुरा के जनप्रतिनिधियों का एक दल भी सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में मौजूद था। बताया जाता है इस मामले की सुनवाई का नंबर 24वां था। दिलचस्प बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट में रेलवे ने इस मामले में स्थगनादेश के लिए अपील की थी। क्योंकि रेलवे को इस मामले में और समय चाहिए। जिसे देखते हुए न्यायालय ने अगली तारीख 2 मई घोषित कर दी। विदित रहे कि गत 5 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने पहली सुनवाई की थी जिसमें बुलडोजर एक्शन और उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाई थी। साथ ही राज्य सरकार और रेलवे से अपना पक्ष रखने को कहा था। रेलवे की इस तरह की अपील बताती है कि उसके पास अभी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए कोई तैयारी नहीं है। इसी को देखते हुए न्यायालय ने 2 मई की तारीख नियत की है। बनभलपुरा के जनप्रतिनिधियों का एक दल के साथ विधायक सुमित हृदयेश भी इस समय सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। बता दें कि 5 जनवरी की अपनी पहली सुनवाई जिसमें बुलडोजर एक्शन और उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाई थी में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार और रेलवे से अपना पक्ष रखने को कहा था। बहरहाल अब आगामी दो मई को राज्य सरकार और रेलवे की ओर से आखिर क्या जवाब दाखिल किया जाएगा इस मसले पर सभी की निगाहे टिकी हुई है।