अंकिता भंडारी हत्याकाण्ड में तीनों आरोपितों के खिलाफ एसआईटी ने दाखिल की 500 पन्नों की चार्जशीट
चार्जशीट में 100 गवाह, 30 से ज्यादा दस्तावेजी साक्ष्य
देहरादून । अंकिता मर्डर केस में एसआइटी ने जांच पूरी कर गिरफ्तार तीनों आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार कर लिया है। एसआइटी ने चार्जशीट अभियोजन कार्यालय भेज दी है। सोमवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होगी। एसआइटी के पास न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल करने के लिए 20 दिसंबर तक का समय है। प्रकरण की सुनवाई कोटद्वार के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम की अदालत में चल रही है। शनिवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्Úेंस के दौरान एडीजी वी मुरुगेशन ने बताया कि 500 पन्नों की चार्जशीट अभियोजन कार्यालय में भेज दी है। चार्जशीट में 100 गवाह बनाए गए हैं। प्रकरण में 30 से ज्यादा दस्तावेजी साक्ष्य भी शामिल। चार्जशीट आईपीसी की धारा 302, 201, 120बी, 354क और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत फाइल की गई है। इसमें तमाम वैज्ञानिक और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को शामिल किया गया है। अभी चार्जशीट अभियोजन कार्यालय में भेजी गई है। कोर्ट में सोमवार को चार्जशीट दाखिल होगी। बता दें कि 22 दिसंबर को आरोपियों की गिरफ्तारी के तीन माह पूरे हो रहे हैं। इससे पहले चार्जशीट दाखिल होनी जरूरी थी। इसके बाद अब मुकदमे का ट्रायल शुरू होगा। वहीं, वीआईपी का नाम पता करने के लिए एसआईटी ने आरोपियों के नार्काे टेस्ट की अनुमति भी कोर्ट से मांगी। पुलकित और सौरभ भास्कर ने तो हामी भर दी थी। लेकिन, अंकित ने दस दिन का समय मांगा। इसकी सुनवाई 22 को ही होनी है। अब सबकी निगाहें कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। बता दें कि 18 सितंबर को वनंत्रा रिजॉर्ट से पौड़ी निवासी अंकिता भंडारी अचानक गायब हो गई थी। पहले राजस्व पुलिस ने जांच में हीलाहवाली की। इसके बाद मामले की जांच रेगुलर पुलिस को सौंपी गई। पुलिस ने 22 सितंबर को खुलासा किया कि नहर में धक्का देकर अंकिता की हत्या कर दी गई है। इस मामले में रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और उसके दो साथियों को पुलिस ने 22 सितंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था। उधर हत्याकांड के मुकदमे की पैरवी के लिए एक विशेष अधिवक्ता नियुक्त किया जाएगा। इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने न्याय विभाग को पत्र लिखा है। ताकि, मुकदमे की पैरवी में अभियोजन के पक्ष को मजबूती से पेश किया जा सके। माना जा रहा है कि इससे आरोपियों को सजा दिलाने में तेजी से काम किया जा सकेगा।