हंगामेदार हो सकता है शीतकालीन सत्र
देहरादून(उद संवाददाता)। विधानसभा का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से हो सकता है। सत्र गैरसैंण के स्थान पर देहरादून में होने की संभावना है। 16 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। उत्तराखंड विधानसभा का अगला सत्र आगामी दिसंबर माह के पहले पखवाड़े के भीतर होना है। सत्र के आयोजन की तिथि एवं स्थान तय करने के संबंधा में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी सर्वदलीय बैठक कर चुकी हैं। हांलाकि अभी सरकार ने विधानसभा सत्र देहरादून अथवा गैरसैण में आहूत करने के फैसले पर अंतिम मुहर नहीं लगाई है। गौरतलब है कि विपक्षी दल कांग्रेस के कई कई सदस्यों ने गैरसैण में शीतकालीन सत्र आयोजित करने की मांग की है। जबकि बसपा और निर्दलीय विधायकों की ओर से शीतकाल में देहरादून में ही विधानसभा सत्र कराने की पुरजोर पैरवी की गई है। प्रमुख प्रतिपक्षी दल कांग्रेस गैरसैंण में सत्र कराने के पक्ष में खड़ी है, वहां आवश्यक सुविधाएं नहीं होने पर प्रश्न भी खड़े किए हैं।बताया जा रहा है कि मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ी जिलों में बर्फबारी के आसार बने हुए हैं। लिहाजा सरकार विधानसभा सत्र आगामी 29 नवंबर से देहरादून में कराने पर विचार कर सकती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस मामले में विभिन्न स्तर पर फीडबैक ले रहे हैं। इस संबंधा में विधायी विभाग की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। बताया जा रहा है कि 16 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस संबंधा में निर्णय लिया जा सकता है। विधानसभा सत्र में अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा। प्रदेश की महिलाओं और राज्य आंदोलनकारियों के लिए क्षैतिज आरक्षण, भर्ती घोटाले, अंकिता हत्याकांड को देखते हुए विधानसभा सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। शासन ने हिमाचल प्रदेश में शनिवार 12 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए उत्तरखंड की सीमा के अंतर्गत सरकारी, गैर सरकारी, बैंक, शैक्षणिक संस्थाओं व उद्यमों में कार्य करने वाले ऐसे कार्मिक, जो हिमाचल प्रदेश के मतदाता हैं, के लिए सवेतन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। संयुत्तफ मुख्य निर्वाचन अधिाकारी प्रताप शाह द्वारा इस संबंधा में आदेश जारी कर दिए गए हैं। इनमें कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश में अपने मत का प्रयोग करने वाले कार्मिकों को 12 नवंबर को सेवतन सार्वजनिक अवकाश प्राप्त होगा।