बहुचर्चित हत्याकाण्ड का खुलासा: दिन दहाड़े घर में गोली मारकर पूर्व पार्टनर ने सुपारी देकर कराई थी हत्या

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काशीपुर। कुण्डेश्वरी के बहुचर्चित महल सिंह हत्याकाण्ड का पुलिस ने खुलासा करते हुए मामले में एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकाण्ड में शामिल दो शूटरों समेत चार लोग अभी फरार हैं। महल सिंह की हत्या कनाडा निवासी उसीके पूर्व पार्टनर ने सुपारी देकर कराई थी। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने खुलासा करते हुए बताया कि ग्राम जुड़का नम्बर एक कुण्डेश्वरी निवासी पूर्व प्रधान एवं स्टोन क्रेशर व्यवसायी महल सिंह पुत्र सिंगारा सिंह की दो अज्ञात बदमाशों ने 13 अक्टूबर की प्रातः दिन दहाड़े घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकाण्ड को अंजाम देने वाले दो बदमाशों की फुटेज सीसी टीवी कैमरे में कैद हुयी थी। हत्यारे बाईक पर सवार होकर आये थे। मामले में मृतक के भतीजे कर्मपाल सिंह की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था। खुलासे के लिए पुलिस ने विभिन्न मार्गों पर स्थित सैकड़ों सीसी टीवी कैमरों की फुटेज का अवलोकन किया। छानबीन में जुटी पुलिस को मुखविर से पता चला कि घटना में शामिल ग्राम गुलजारपुर कुण्डेश्वरी निवासी प्रभजोत सिंह पन्नू उर्फ प्रभजीत सिंह पुत्र हरजाब सिंह बीती रात एकता स्टोन क्रेशर की तरफ बजारी गेट के पास जंगल में छिपकर पुलिस के डर से कहीं भागने की फिराक में है। पुलिस टीम के द्वारा रात्रि करीब ढाई बजे रोकने के लिये इशारा किया तो प्रभजोत ने पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से फायर कर दिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए प्रभजोत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक पिस्टल और आठ जिंदा कारतूस बरामद किये गये। गिरफ्तार प्रभजोत सिंह से पूछताछ के बाद पुलिस ने हत्या में शामिल रजविन्दर कौर पत्नी तरसेम सिंह निवासी ग्राम गुलजार पुर कुण्डेश्वरी तथा सुखदेव सिंह उर्फ सेवी पुत्र प्रीतम सिंह निवासी निवासी ग्राम गुलजार पर कुण्डेश्वरी को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में प्रभजोत सिंह पन्नू ने बताया कि वर्ष 2015 से 2020 तक वह एकता स्टोन क्रेशर पर बतौर मुंशी कार्य करता था। स्टोन क्रेशर में महल सिंह, सुखवन्त सिंह व उसका भाई हरजीत उर्फ काले व जगप्रीत सिंह पार्टनर थे करीब दो वर्ष हरजीत काले, महल सिंह व सुखवंत सिंह के बीच आपस में पार्टनरशिप को लेकर आपस में विवाद रहने लगा। वर्तमान में कनाडा में रह रहा हरजीत सिंह उर्फ काले उक्त स्टोन क्रेशर में जबरदस्ती हिस्सेदारी चाहता था। परन्तु महल सिंह दबाब में नहीं आ रहा था जिस कारण हरजीत उर्फ काले महल सिंह से दुश्मनी रखने लगा। पूछताछ में पन्नू ने बताया कि वह स्वयं हरजीत उर्फ काले के साथ स्टोन क्रेशर बनाना चाहते थे जिसका मृतक महल सिंह विरोध कर रहा था। हरजीत सिंह उर्फ काले एवं उसके भाई सुखवंत सिंह के बीच पंचायत के माध्यम से विवाद सुलझाया गया, लेकिन काले संतुष्ट नहीं था जिस कारण हरजीत सिंह महल सिंह से और अधिक दुश्मनी रखने लगा । हत्यारोपी पन्नू के मुताबिक हरजीत सिंह ने उसे सिगनल एप के माध्यम से बात करके महल सिंह की हत्या करने के लिये अपने पास से कारतूस व हथियार दिये तथा शूटरों की व्यवस्था करने को कहा व हरजीत के कहने उसने अपने गैंगस्टर दोस्त को वाटस अप के माध्यम से मृतक महल सिंह एंव उसके पुत्र की फोटो भेजी थी । 12अक्टूबर 2022 को सिंगनल एप के माध्यम से उक्त शूटरों के लिये मोटर साईकिल की व्यवस्था करने के लिये बताया । इस काम में महिला रजविन्दर कौर व सुखदेव सिंह सेवी से सम्पर्क में रहने के लिये बताया। पुलिस पूछताछ में चूंकि पन्नू ने आगे बताया कि मैं हरजीत सिंह के साथ मिलकर स्टोन क्रेशर लगाना चाहता था जिसमें महल सिंह अड़ंगा डाल रहा था। इसलिये उसने हरजीत के बतायें प्लान के तहत काम किया । चूकिं क्रेशर के माध्यम से सुखदेव सिंह सेवी और रजविन्दर कौर को भी आर्थिक फायदा होना था इसलिये वह भी इस प्लान में शामिल थे। 12 अक्टूबर 2022 को सिगनल ऐप के माध्यम से माध्यम से हरजीत उर्फ काले ने अपने गैंगस्टर साथी के साथ मोबाइल से बात करायी और बताया कि रात्रि 9ः00 बजे तक शूटर काशीपुर पहुंच जायेंगे।पन्नू ने बताया कि वह लगातार हरजीत सिंह उर्फ काले तथा कनाडा में बैठे दुसरे गैंगस्टर साथी के सम्पर्क में था।वह रात्रि करीब 9 बजे दोनों शूटरों को लेने रेलवे स्टेशन काशीपुर से अपने दोस्त की बुलेरों से चीमा चौराहे होते हुये हरजीत सिंह उर्फ काले के घर ले गया। जहाँ पर रजविन्दर कौर व सेवी ने दोनों शूटरों के खाने-पीने की व्यवस्था की और उसने दिन में खरीदी हुयी मोटर साईकिल शूटरों को देने के लिये सुखदेव सिंह उर्फ सेवी के सुपुर्द की। 13अक्टूबर को दोनों शूटरों ने प्लान के मुताबिक जंगल के रास्ते शूटरों को मृतक महल सिंह के घर पर ले जाकर पूरे रास्तों की रेकी करवाई बाद में शूटरों ने हत्याकाण्ड को अंजाम दे दिया। एसएसपी ने बताया कि हरजीत सिंह उर्फ काले के सम्बन्ध में कारोबार तथा अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारियों एकत्र की जा रही है। प्रकाश में आया है कि हरजीत सिंह उर्फ काले का रूद्रपुर का कोई साथी आर्थिक कार्यों को स्थानीय स्तर पर देखता है। इस घटना में उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। दोनों शूटरों की गिरफतारी हेतु टीमें अलग अलग स्थानों पर भेजी जा चुकी है। साथ ही हत्यारोपी हरजीत सिंह उर्फ काले और तनवीर सिंह की भी जल्द गिरफतारी की जायेगी। इस घटना में इण्टरनेशनल गिरोह के सम्मिलित होने के की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

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