हत्या करके लिया मुखविरी का बदला: पैरोल पर छूटकर हत्या करने वाला शातिर साथी सहित दबोचा
रूद्रपुर। रम्पुरा के एक युवक को पुलिस के लिए मुखविरी करना भारी पड़ गया। जिस युवक की मुखविरी की थी उसने पैरोल पर छूटकर हत्या करके बदला ले लिया। लम्बी छानबीन के बाद पुलिस ने शातिर किलर सहित उसके साथी को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया है। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने खुलासा करते हुए पत्रकारों को बताया कि रम्पुरा वार्ड नंबर 22 निवासी धारा पुत्र रोशन लाल 2 सितम्बर को लापता हो गया था इस सम्बंध में धारा की मां धन देवी ने कोतवाली में में रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसमें कहा था कि 2 सितम्बर की दोपहर को धारा को स्वर्ग फार्म तहसील बिलासपुर जिला रामपुर निवासी सुजीत अपनी मोटर साईकिल पर बैठाकर ले गया था। उसके बाद वह वापस नहीं लौटा। पुलिस ने मामले की विवेचना के दौरान सुजीत से पूछताछ और सीसीटीवी का अवलोकन किया तो पता चला कि लापता धारा को छत्रपाल पुत्र बलदेव सिंह, निवासी वार्ड नं0 2 बंगाली कालोनी, आजाद नगर, किच्छा अपनी कार में बैठाकर ले गया था। धारा के बारे में जब जानकारी जुटायी गयी तो पता चला कि वह एनडीपीएस के मामले में जेल में है। छत्रपाल की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए पुलिस ने उसे रिमाण्ड पर लेकर कड़ी पूछताछ की। छत्रपाल से पूछताछ करने पर धारा की हत्या का पूरा सच सामने आ गया। लम्बी छानबीन के बाद जो सच्चाई सामने आयी उससे पुलिस भी दंग रह गयी। दरअसल छत्रपाल नशे के सामान की तस्करी का काम करता था और मृतक धारा भी नशे का आदी था। जब छत्रपाल को एनडीपीएस के मामले में किच्छा में पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसे शक हो गया कि धारा ने ही उसकी मुखबिरी की है। जिसके चलते उसने धारा को ठिकाने लगाने का मन बना लिया। बदला लेने के लिए छत्रपाल अपनी बेटी की बीमारी को लेकर न्यायालय से पैरोल पर आया और अपनी योजना के मुताबिक उसने अपने साथी नईम अहमद पुत्र रईस अहमद निवासी खेडा रूद्रपुर को साथ लेकर धारा को अपने साथ बुलाया और अपनी गाड़ी में बिठाकर अपने साथ जहानाबाद जिला पीलीभीत ले गया। जहां दोनों ने मिलकर कार में गमछे से गला दबाकर धारा की हत्या कर दी और उसके शव को सड़क किनारे केले के पत्तों के नीचे छुपा दिया। बयानों के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी छत्रपाल का 3 दिन का पीसीआर लिया और इसी दौरान उसके साथी नईम को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद दोनों को शव की बरामदगी हेतु जहांनाबाद रेलवे फाटक के पास ले जाया गया जहां सड़ी गली अवस्था में झाड़ियों के अन्दर शव बरामद किया गया। मौके पर मौजूद कपड़े आदि के आधार पर मृतक के भाई ओमवीर के द्वारा धारा की शिनाख्त की गयी। मृतक के सड़े गले शव का पोस्टमार्टम पीलीभीत पुलिस द्वारा कराया गया है। इस सनसनीखेज हत्याकाण्ड के खुलासे पर एसएसपी ने पुलिस टीम को पांच हजार का नगद पुनस्कार देने की घोषणा की। खुलासा करने वाली टीम में एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ ऑपरेशन अनुपा बडोला,कोतवाल विक्रम राठौर, एसएसआई कमाल हसन ,एसएसआई के0सी0 आर्या,उपनिरीक्षक अशोक काण्डपाल, राखी धौनी, मोहन जोशी ,कांस्टेबल अमित जोशी ,हरीश कुमार,ललित मोहन,सत्येन्द्र पाल ,गणेश गिरी,यशपाल मेहता,हेमलता,अमित कुमार ,महेन्द्र कुमार आदि शामिल थे।