शहीद चंद्रशेखर हर्बोला को श्रद्धांजलि देने उमड़े हजारों लोग

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पार्थिव शरीर पहुंचते ही गमगीन हुआ माहौल, मुख्यमंत्री ने भी दी श्रद्धांजलि
हल्द्वानी। शहीद चंद्रशेखर का पार्थिव शरीर हल्द्वानी पहुंच गया। यहां सीएम समेत हजारों लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। द्वाराहाट अल्मोड़ा के हाथीगुर बिंता निवासी चंद्रशेखर हर्बाेला 19-कुमाऊं रेजीमेंट में लांसनायक थे। मई 1984 में सियाचिन में पेट्रोलिंग के दौरान 20 सैनिकों की टुकड़ी ग्लेशियर की चपेट में आ गई थी। इनमें लांसनायक चंद्रशेखर हर्बाेला समेत किसी भी सैनिक के बचने की उम्मीद नहीं रही। बीते 14 अगस्त को उनके परिजनों को पार्थिव शरीर मिलने सूचना दी गई। पार्थिव शरीर मंगलवार को हल्द्वानी लाया जाना था लेकिन खराब मौसम रुकावट बन गया। बुधवार को पार्थिव शरीर के घर पर पहुंचते ही पूरा माहौल गमगीन हो गया,।शहीद चंद्रशेखर हर्बाेला की पत्नी शांति देवी अपने पति के पार्थिव शरीर को देखकर रो पड़ी और उस समय का माहौल पूरी तरह से भावुक हो गया, वहां मौजूद तमाम लोगों की आंखों में गम के आंसू तो शहीद की शहादत पर गर्व देखने को मिला। इस दौरान मौजूद हजारों की संख्या में लोगों ने शहीद चंद्रशेखर तेरा यह बलिदान याद रखेगा हिंदुस्तान के नाम के नारों से वातावरण गूंज उठा। शहीद के सम्मान और श्रद्धांजलि के लिए यहां कल ही व्यापक तैयारियां की गयी थी। आज शहीद की पार्थिव देह यहां पहुंचते ही देश भक्ति नारों से पूरा वातावरण गूंजायमान हो उठा। इस दौरान शहीद की शान में लोगों ने गगनभेदी नारे लगाये। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या भी पहुंचे। उन्होंने वह यहां सियाचिन में 38 साल पहले शहीद हुए लांसनायक चंद्रशेखर हर्बाेला को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए नई आईटीआई रोड सरस्वती विहार डहरिया में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने शामिल होकर श्रद्धांजलि दी। शहीद का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ रानीबाग स्थित चित्रशाला घाट पर किये जाने की तैयारी की गयी है।

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