कांग्रेस के प्रदर्शन में हरीश रावत हुए जख्मी,केंद्र पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप
देहरादून/नई दिल्ली( उद ब्यूरो)। दिल्ली में महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चोटिल हो गए हैं। हरीश रावत को पुलिस ने टांग कर वैन में बैठा दिया। इस दौरान हरीश रावत ने केंद्र पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। दिल्ली में कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया है। देश भर से कांग्रेस नेता दिल्ली में प्रदर्शन के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। प्रदर्शन के दौरान हरीश रावत को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। इस दौरान हरीश रावत सड़क पर ही बैठ गए। पुलिस कर्मियों ने उन्हें हर तरफ से घेर लिया और उठा कर ले जाने की कोशिश की। लेकिन हरीश रावत लगातार इसका विरोध कर रहे थे। इसी धक्कामुक्की में हरीश रावत के हाथ में चोट भी लगी है। हरीश रावत के बाएं हाथ से ब्लीडिंग शुरु हो गई। खींचतान में हरीश रावत के बाएं हाथ में चोट लगने की खबरें हैं। हालांकि हरीश रावत काफी देर तक सड़क पर बैठे रहे और पुलिस का विरोध करते रहे। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने उन्हें लगभग टांग कर उठा लिया और पुलिस वैन में बैठा दिया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में हरीश रावत ने आरोप लगाया है कि केंद्र तानाशाही पर उतर आया है। महंगाई के खिलाफ विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन किया है। कांग्रेस के तमाम बड़े नेता, सांसदों, पदाधिकारियों के साथ ही देश भर से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पुलिस को आज पूरी तरह परेशान करके रखा। कांग्रेस को रोकने में पुलिस कर्मियों के साथ ही केंद्रीय बलों को लगाया गया था।सुबह खुद कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी काले कपड़ों में नजर आईं। सोनिया के साथ ही कांग्रेस के कई सांसद भी संसद भवन के बाहर काले कपड़ों में दिखाई दिए। माना जा सकता है कांग्रेस पहले से अधिक एक्टिव हुई है। शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस की अलग स्ट्रेटजी दिखाई दी। पहले सोनिया गांधी कांग्रेसी सांसदों के साथ संसद में काले कपड़े पहनकर जमकर नारेबाजी करती नजर आईं। इसी बीच राहुल गांधी ने संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च शुरु कर दिया। उनके साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस के सांसद और नेता मौजूद थे। थोड़ी देर के लिए अफरा तफरी का माहौल हो गया। हालांकि पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद राहुल गांधी को रोक लिया और उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन पुलिस सफल नहीं हो पायी। इस दौरान राहुल गांधी ने पुलिस पर सांसदों के साथ हाथापाई करने और उन्हें चोट पहुंचाने का आरोप भी लगाया। राहुल गांधी को मार्च खत्म करने के लिए मानता न देख आखिरकार पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया।इसके बाद प्रियंका गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय से मोर्चा खोल दिया। प्रियंका अपने नेताओं के साथ पीएम आवास कूच करने के लिए निकल गईं। हालांकि पुलिस ने पहले से ही कांग्रेस मुख्यालय की घेरेबंदी कर दी थी। लेकिन इसके बावजूद प्रियंका गांधी और तमाम कांग्रेसी नेता सड़क पर उतर आए। पुलिस ने उन्हें पीएम आवास की ओर जाने से रोका तो प्रियंका सड़क पर ही बैठ गईं। बाद में दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले, सुबह राहुल गांधी ने प्रेस काॅन्Úेंस की। उन्होंने कहा, ‘क्या आप तानाशाही का मजा ले रहे हैं, यहां रोज लोकतंत्र की हत्या हो रही है। इस सरकार ने 8 साल में लोकतंत्र को बर्बाद कर दिया।’ दरअसल, कांग्रेस आज देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। मीडिया से बात करने के दौरान वह अपने बाजू पर काली पðी बांधे हुए नजर आए।राहुल ने आरोप लगाया कि देश की मीडिया, इलेक्टोरल सिस्टम इनके दम पर विपक्ष खड़ा होता है, लेकिन देश में हर इंस्टीटूट में आरएसएस का आदमी बैठा है। वह सरकार के कंट्रोल में है। जब हमारी सरकार होती थी तब इन्Úास्ट्रक्चर न्यूट्रल होता था। हम उसमें दखल नहीं देते थे। आज यह सरकार के साथ है। राहुल गांधी ने कहा है कि, मेरी दिक्कत ये है कि मैं सच्चाई बोलूंगा, महंगाई, बेरोजगारी का मुद्दा उठाने का काम करूंगा। जो डरता है, वो धमकाता है। जो आज देश की हालत है उससे डरते हैं, जो उन्होंने पूरे नहीं किए, महंगाई और बेरोजगारी से डरते हैं। जनता की शत्तिफ से डरते हैं, क्योंकि ये 24 घंटा झूठ बोलते हैं।