भराड़ीसैंण तहसील में सांकेतिक तालाबंदी कर हरदा ने फूंका आंदोलन का बिगुल
अल्मोड़ा/भराड़ीसैंण(उद संवाददाता)। उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित नहीं करने के साथ ही विकास कार्यों के लिये पूर्ववर्ती सरकारो में की गई घोषणाओं और संकल्पों को पूरा करने की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुवार को गैरसैंण में प्रदेश की धामी सरकार को आड़े हाथों लिया है। वहीं आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व विरोध स्वरूप सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा निकालकर पूर्व सीएम ने तहसील कार्यलय में सांकेतिक तालाबंदी कर राज्यव्यापी आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने कहा कि धामी सरकार जिस प्रकार से भराड़ीसैंण को गैर बनाने की मुहिम में जुटी है, बेहद चिंताजनक है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गैरसैण पहुंचकर पूर्व सीएम हरदा ने कहा कि उत्तराखंड के क्र्रांतिकारी राज्यआंदोलन कारियों की भावनाओं के अनुरूप गैरसैण का विकास कर यहां ऐतिहासिक स्थायी राजधानी बनाने के लिये अब कांग्रेस संघर्ष करेगी। गैरसैंण को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर उपजिलाधिकारी व तहसीलदार की तैनाती तक नहीं कर पाना भाजपा की कार्यप्रणाली बयां कर रही है। प्रदेश की माली हालत पर चुटकी लेते हुए हरदा बोले कि राज्य में प्रति व्यत्तिफ आय निरंतर घट रही है, जबकि गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाए जाने पर जहां तीन लाख से अधिक रोजगार सृजित होते, वहीं पर प्रति व्यत्तिफ वार्षिक आय पांच लाख से अधिक होती। नए ग्रोथ सेंटर विकसित किए जाने की आवश्यकता है। नए क्षेत्रों का विकास नहीं किए जाने पर निकट भविष्य में मुश्किलें बढ़ेंगी। तहसील परिसर में आयोजित सभा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोबिंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि प्रदेशवासियों की भावनाओं पर कुठाराघात किया जा रहा है। भराड़ीसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करना हास्यास्पद लगने लगा है, जहां ग्रीष्मकालीन राजधानी में ग्रीष्मकाल विधानसभा सत्र भी आयोजित नहीं करने में सरकार सफल नहीं रही है। पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने कहा कि गैरसैंण को लेकर कांग्रेस पूरे प्रदेश में अभियान चलाएगी। सभा के पश्चात एसडीएम कार्यालय में सांकेतिक तालाबंदी की गई, जिसे बाद में खोल दिया गया। इससे पहले पूर्व सीएम के गैरसैंण पहुंचने पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। तहसील परिसर में सभा के दौरान हरीश रावत ने चार सदस्यीय कमेटी घोषित की गई। एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी के संयोजन में गठित समिति में नगर अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह अध्यक्ष व सरोज शाह तथा नारायण सिंह स्थाई राजधानी संघर्ष समिति के सदस्य बनाए गए हैं। कहा गया कि सितंबर से आंदोलन का अगला चरण प्रारंभ होगा। सभा में एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा कि 19 जुलाई को गैरसैंण में युवाओं की ओर से प्रदर्शन व मशाल जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें प्रदेश भर से सैकड़ों एनएसयूआइ कार्यकत्र्ता भाग लेंगे। इस दौरान नगर अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, ब्लाक अध्यक्ष कुंवर सिंह बिष्ट, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र रावत, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी, पूर्व राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व विधायक ललित फर्सवाण, पूर्व विधायक मनोज रावत, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, पूर्व प्रमुख गरुड़ भरत फर्सवाण, पूर्व प्रमुख कर्णप्रयाग राजेंद्र सगोई, पूर्व प्रमुख कमल रावत, प्रशांत भैंसोड़ा, मुकेश नेगी, राजपाल बिष्ट, वीरेंद्र मिंगवाल, मोहन टम्टा, कृष्णा नेगी, दान सिंह नेगी, राजेंद्र टंगड़िया, पृथ्वी पाल चैहान आदि मौजूद रहे।