दो पक्षों में खूनी संघर्ष,छह लोग घायल
रूद्रपुर(दर्पण संवाददाता)। निकटवर्ती बिंदुखेड़ा गांव में जमीनी रंजिश के चलते दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों के बीच तलवार, कुल्हाड़ी, लाठी डण्डे और लोहे की राडें चली। खूनी संघर्ष में सात लोग घायल हो गये। घायलों को यहां जिला अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां पिता पुत्र की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें सुशीला तिवारी अस्पताल रैफर कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिंदुखेड़ा गांव में गुरदयाल सिंह का वहीं रहने वाले जसवंत सिंह के परिवार के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसे लेकर पूर्व में भी कई बार दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो चुकी है। बताया गया है कि शनिवार दोपहर दोनों पक्षों के लोग एक बार फिर आमने सामने आ गये। कहासुनी के बाद मामला खूनी संर्घ तक पहुंच गया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच तलवार, कृपाण, कुल्हाड़ी, लाठी डण्डे और लोहे की राडें निकल आये। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले में 72 वर्षीय गुरदयाल सिंह पुत्र नारायण और उनका पुत्र 42 वर्षीय बलविंदर सिंह बुरी तरह लहुलूहान हो गये।
गुरदयाल सिंह की तीस वर्षीय पुत्री आशा कौर के साथ भी मारपीट की गयी। वहीं दूसरे पक्ष की 62 वर्षीय जसविंदर कौर, 22 वर्षीय जोगेन्द्र सिंह, 60 वर्षीय सोहरन कोर एवं जसवंत सिंह भी हमले में बुरी तरह घायल हो गये। सभी घायलों को आनन फानन में जिला अस्पताल लाया गया। जहां गुरदयाल सिंह और उसके पुत्र बलविंदर सिंह का रक्तस्राव अधिक होने के चलते उनकी हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें हल्द्वानी एसटीएच रैफर कर दिया। समाचार लिखने तक दोनों पक्षों की ओर से तहरीर देने की तैयारी की जा रही थी। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर घर में घुसकर हमला करने का आरोप लगाया है। गुरदयाल सिंह पक्ष का आरोप है कि वह अपने पुत्र के साथ दोपहर को घर के आगे खड़े हैरो को हटाकर सफाई कर रहे थे तभी दूसरे पक्ष ने एक राय होकर परिवार के लोगों पर हमला बोल दिया। जबकि जसवंत सिंह पक्ष का आरोप है कि गुरदयाल पक्ष के लोगों ने धारदार हथियारों से लैस होकर उनके घर पर आकर जानलेवा हमला किया। जसवंत का आरोप है कि उनके उपर टैªक्टर चढ़ाने की कोशिश भी की गयी जिसमें वह बाल बाल बचे।