सरकारी अस्पताल के गेट पर शव मिलने से सनसनी

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काशीपुर । राजकीय चिकित्सालय के गेट पर पर खोखे के समीप आज सुबह एक व्यक्ति की लावारिस हालत में लाश पड़ी होने की सूचना ने यहां इलाके में सनसनी मचा दी। पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली उसने मौके पर पहुंचकर जरूरी जांच पड़ताल के बाद मृतक के शव को कब्जे में लेकर उसे पीएम हाउस भेज दिया। पुलिस ने मृतक की शिनाख्त श्यामपुर निवासी मनोज उपघ्ेती के रूप में की। मृतक शराब का आदी बताया गया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने मृतक के शव को परिजनों के हवाले कर दिया। जानकारी के मुताबिक मूलरूप से बमन स्वाल, थाना लंमगड़ा, जनपद अल्मोड़ा व हाल मोहल्ला श्यामपुरम निवासी मनोज उपघ्ेती 50 वर्ष पुत्र आनंद बल्लभ उपघ्ेती पिछले कई वर्षों से परिवार से अलग बहन सुनीता के घर श्यामपुरम रहा करता था। उसके दो बेटे हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। दोनों बेटे मां के साथ पंजाब के जालंधर सिटी में नूर महल रहा करते हैं। पता चला है कि पिछले कुछ दिनों से मृतक को पेट दर्द की शिकायत थी। गत शनिवार की रात लगभग 8ः30 बजे हालत अत्यधिक नाजुक होने पर गवर्नमेंट हाॅस्पिटल पहुंचकर उसने अपना चेकअप कराया। इसके बाद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक देर रात तक वह अस्पताल के गेट के समीप स्थित एक खोखे के पास पड़ा कराहता रहा। बताते हैं कि इसी दौरान उसके प्राण पखेरू उड़ गए । आज सुबह हाईवे से होकर गुजर रहे लोगों ने जब सड़क किनारे एक अधेड़ की लावारिस पड़ी लाश देखी तो देखते ही देखते मौके पर तमाशबीनो का मजमा लग गया। पुलिस को इसकी सूचना मिलने पर एस आई ओम प्रकाश ने मौके पर पहुंचकर जरूरी जांच पड़ताल के बाद मृतक के शव को कब्जे में लेकर पीएम हाउस भेज दिया जहां से पोस्टमार्टम के बाद पुलिस द्वारा शव परिजनों के हवाले कर दिया गया। जालंधर पंजाब स्थित नूरमहल निवासी मृतक के बेटे शुभम ने मोबाइल फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 4 वर्षों से पंजाब में वह कंप्यूटर कैमरे की दुकान करता है। उसकी मां मीना उप्रेती जालंधर में ही एक आश्रम में रहा करती है। उसका छोटा भाई संजय अलग रहता है। बरेली की प्रेम नगर नगर में उसकी ननिहाल है। पूर्व में वह बरेली में ही या कारोबार करता था लेकिन बाद में वह पंजाब चला गया। शुभम ने बताया कि जब तक उसके बाबा को पेंशन मिलती रही बुआ सुनीता ने उसके पिता को अपने साथ रखा लेकिन बाबा की मृत्यु के बाद पिता खानाबदोश जिंदगी गुजारने को विवश हो गए। शुभम ने बताया कि इधर कुछ माह से बुआ के बदले बर्ताव के कारण उसके पिता वही मोहल्ले में एक दोस्त के घर रहा करते थे। शुभम ने यह भी बताया कि पिता के ऐसे हालत की सूचना मिलने पर वह उन्हें अपने साथ जालंधर लाना चाहता था लेकिन इसी बीच उनकी मृत्यु की सूचना मिली। श्याम पुरम निवासी मृतक के बड़े भाई गिरीश चंद्र ने बताया कि लगभग 6 माह पूर्व एक हादसे में मृतक के जांघ की हîóी टूट गई थी इस दौरान वह 4 माह तक लावारिस हालत में राजकीय चिकित्सालय में पड़ा उपचार कराता रहा। हालत में सुधार होने पर वह खानाबदोश की जिंदगी जी रहा था। मृतक के बड़े भाई ने बताया कि लगभग माह भर पूर्व उसकी मुलाकात छोटे भाई से हुई थी इसके बाद वह नहीं मिला।

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