पैगंबर साहब के खिलाफ टिप्पणी से आक्रोश,मुस्लिम समुदाय ने निकाला जुलूस,
सितारगंज/काशीपुर। मुस्लिम धर्मगुरु हजरत मोहम्मद साहब की शान में अशोभनीय टिप्पणी करने से समाज के लोग सड़कों पर उतर आए। उन्होंने विरोध जताते हुए आरोपी को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है।शनिवार को शहर की जामा मस्जिद पर मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग एकत्र हुए। इसके बाद धर्म गुरुओं के साथ समाज के लोगों ने विरोध स्वरूप जुलूस निकाला। समाज के लोगों ने मांग की पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में अशोभनीय टिप्पणी करने वाले को कड़ी सजा दी जाए। उलेमाओं ने कहा कि पैगंबर साहब ने दुनिया में आपसी भाईचारे का पैगाम दिया है। समाज की बुराइयों को दूर करने में पैगंबर साहब का अहम योगदान है। उन्होंने चेतावनी दी कि पैगंबर साहब के खिलाफ टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विरोध जताने वालों में मौलाना आरिफ उल कादरी, कारी रईस अहमद,जाहिद मलिक, मुख्तार अंसारी,शकील, दिलावर अंसारी, एन आरअंसारी,गुलजार खान,यूनुस, शाहिद, राशिद, नदीम, शहरुख, मुकीम, इशाक आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे। काशीपुर- मुस्लिम महासभा के अध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि हुजूर की शान में गुस्ताखी ना काबिले बर्दाश्त है । स्वामी नरसिमानंद ने अपनी प्रेस में जो हुजूर की शान में अपशब्द बोले हैं उससे मुस्लिम समाज की भावनाएं आहत हुई है । ऐसे लोगों को सरकार द्वारा तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए जो हमारे मुल्क हिंदुस्तान में हिंदू मुस्लिम भाईचारे को मिटाना चाहते हैं और मुल्क में जो अमन और शांति में खलल पैदा करना चाहते हैं । हमारा संविधान भी इस बात की इजाजत नहीं देता है। हमारा संविधान भी यह बताता है कि हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए और किसी भी धर्म के खिलाफ गलत टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। कहा कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिंदी है हम हिंदुस्ता हमारा। जो हमारे देश में हिंदू मुस्लिम भाईचारे और अमन और शांति को मिटाएगा उस शख्स को कोई भी समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। केंद्र और यूपी सरकार से मांग की कि हमे सबका साथ सबका विश्वास चाहिए तो केंद्र सरकार और यूपी सरकार स्वामी नरसिंहानंद के खिलाफ जल्द से जल्द ठोस कार्यवाही करें।