उत्तराखंड में कोरोना विस्फोट,200 संक्रमित,आकड़ा पहुंचा 98880
बागेश्वर जिले में आने वाले यात्रियों की जांच करने के निर्देश
देहरादून। कोरोना महामारी की रोकथाम और टीकाकरण के बावजूद दूसरे साल भी कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। उत्तराखंड में करीब तीन महीने बाद एक दिन में में सबसे ज्यादा 200 संक्रमित मिले हैं। हालांकि संक्रमित मरीजों की मौत के मामले थमे हैं। प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 98880 हो गई है। प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या में भी इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बुधवार को 11848 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, हरिद्वार में सबसे ज्यादा 71, देहरादून में 63, नैनीताल में 22, ऊधमसिंह नगर में 14, अल्मोड़ा में एक, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और टिहरी में आठ-आठ और पिथौरागढ़ में पांच संक्रमित मिले हैं। बागेश्वर, चमोली, चंपावत और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित नहीं मिला है। बुधवार को 49 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। इन्हें मिलाकर 94634 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम होने से सक्रिय मरीज बढ़ रहे हैं। वर्तमान में 1115 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। कोरोना की दूसरी लहर की दस्तक के साथ हरिद्वार में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है। स्वास्थ्य विभाग ने Úंटलाइन वर्करों के साथ मठ, मंदिरों और अखाड़ों की छावनियों में साधु संतों की कोरोना जांच शुरू कर दी है। कोविड नियमों का पालन रते हुए किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी समेत 10 संतों ने अपना कोरोना टेस्ट करवाया। सभी संतों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। दिल्ली में टेस्ट करवाने के बाद आचार्य महामंडलेश्वर समेत सभी संत हरिद्वार पहुंच गए हैं। आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने सभी श्रद्धालुओं से कोविड गाइडलाइन के पालन की अपील की है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बागेश्वर के जिलाधिकारी विनीत कुमार ने जिले में बाहर से आने वाले लोगों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए बिलौना और कौसानी में बनाए गए स्टेजिंग एरिया को दोबारा संचालित कर यहां बाहर से आने वाले लोगों की शत प्रतिशत कोरोना जांच करने के निर्देश डीएम ने दिए हैं।