कुंभ में आने के लिए फिर पाबंदी: श्रद्धालुओं को कोविड रिपोर्ट और वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाने से मिलेगा प्रवेश
देहरादून। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के ऐलान के बावजूद अब एक बार फिर हरिद्वार कुंभ में आने वाले लोगों को अनिवार्य रूप से कोविड 19 निगेटिव रिपोर्ट साथ लाने के दिशा निर्देश जारी कर दिये गये है। बुधवार को सूबे के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार कुंभ में आने वाले हर व्यक्ति को कोरोना की गाइडलाईन का पालन करना होगा।वहीं कुंभ स्नान के लिये आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही कुंभ आने वाले लोगों को एक और विकल्प दिया गया है। जिसके तहत वह कोरोना वैक्सीनेशन की सर्टिफिकेट भी दिखा सकते हैं। कुंभ में आने की चाह रखने वालों के पास इन दोनों में से कोई एक दस्तावेज होना जरूरी है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा दिए बयानों के बाद कुंभ में आने के लिए लागू की गई शर्तों को लेकर पर्यटकों और श्रद्धालुओं में काफी असमंजस बना हुआ था। बहरहाल कोरोना महामारी के प्रकोप की रोकथाम के लिये लागू की गई पाबंदियों से करोड़ों श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय व्यपारियों व साधू संतों की उम्मीदों को झटका लग गया है। अभी तीन शाही स्नान बाकी हैं और शाही स्नान के दौरान लाखों लोग हरिद्वार पहुंचते हैं। ऐसे में राज्य सरकार को एक ही दिन में बड़ी संख्या में परीक्षण का बंदोबस्त करना होगा या श्रद्धालुओं को आने से रोकना होगा। जबकि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोरोना संक्रमित राज्यों से आने वाले लोगों के साथ अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं को रोकटोक कुंभ आने का न्यौता दिया गया है। वहीं केंद्र की ओर से चिंता जताने के बाद अब प्रदेश सरकार हरिद्वार कुंभ के दौरान कोविड-19 जांच का दायरा बढ़ाने की तैयारी कर रही है। मुख्य सचिव ओम प्रकाश का कहना है कि आईसीएमआर की गाइडलाइन के हिसाब से कोविड परीक्षण किया जा रहा है और प्रदेश अपनी क्षमता के हिसाब से परीक्षण की संख्या बढ़ाएगा।यहां प्रतिदिन 50 हजार रेपिड एंटीजन टेस्ट और पांच हजार आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि उत्तराखंड में कुंभ का मेला शुरू हो गया है और पहला शाही स्नान सम्पन्न होने के बाद अब अप्रैल में तीन और शाही स्नान की तिथिया घोषित की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से पहले कुंभ में आने वाले लोगों के लिए सख्ती का ऐलान किया गया था और कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य किया गया था। जब तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली तो उन्होंने साफ कहा कि कुंभ में कोई रोकटोक नहीं की जायेगा। तीरथ सिंह रावत ने कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट की पाबंदी को भी हटा दिया था। हाल ही में केंद्र से उत्तराखंड गई स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने भी चेतावनी दी थी और नियमों की लापरवाही की बात कही थी। राज्य में अब कोरोना के एक्टिव केस भी बढ़ रहे है।