ओएलएक्स पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
एसटीएफ और साइबर टीम ने राजस्थान से गिरफ्तार किये दो शातिर
रुद्रपुर। सैन्य अधिकारी बन कर ओएलएक्स पर वाहन बेच धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का एसटीएफ कुमाऊं व साइबर टीम ने पर्दाफाश कर दो आरोपितों को राजस्थान से दबोच लिया। आरोपियों को कार्रवाई के बाद कोर्ट में पेश किया जा रहा है। जरूरत का सामान खरीदने या अपना पुराना सामान बेचने के लिए बढ़ते ओएलएक्स का फायदा जालसाज उठाने लगे है। लगातार बढ़ रही घटनाओं को लेकर एसटीएफ और साइबर थाना टीम को इसके खुलासे के लिए लगाया गया था। जालसाजों ने सोहन सिंह निवासी )षिकेश को भी चूना लगाया था। जिस पर आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत कर विवेचना साईबर थाना कुमाऊं के निरीक्षक ललित मोहन जोशी को सौंपी गई थी। टीम ने धोखधड़ी में प्रयोग किये गए मोबाइल फोन नंबर के साथ ही धोखधड़ी के शिकार हुए व्यक्ति द्वारा धनराशि जिन बैक खातो में ट्रांसफर किये गए बैक से जानकारी प्राप्त कर जांच में अहम सुराग हाथ लगे। विवेचना कर रहे निरीक्षक को मोबाइल नंबर व बैक खाते की लोकेशन राजस्थान के मेवात क्षेत्र के होने की जानकारी मिली। इस पर टीम ने मेवात में डेरा डाल दिया। जांच में मेवात के जामताड़ा झारखंड की तरह राजस्थान,उत्तर प्रदेश,हरियाणा की सीमा परिवेश में बड़ा साइबर अपराध का गढ़ होने की बात सामने आई। टीम ने दबिश देकर चिन्हित किये गए दो आरोपितों को पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपितों ने अपने नाम राहुल पुत्र युनुस खाँ निवासी ग्राम लालपुर थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान, सलमान पुत्र रूजदार उर्फ रोजेदार, निवासी ग्राम लुहेसर थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान बताया है। टीम के मुताबिक पकड़े गये दोनो सेएक मोबाइल फोन के साथ ही विभिन्न आधार कार्ड मिले। विवेचना कर रहे टीम के निरीक्षक साईबर क्राईम थाना कुमाँऊ परिक्षेत्र ललित मोहन जोशी ने बताया कि पकडेघ् गये दोनो आरोपियों को कोर्ट में पेश करने की कार्रवाई की जा रही है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। टीम में एसआई दिनेश पंत,मौ. उस्मान,मनमोहन,संजय कुमार आदि शामिल थे।